भारत के अन्य बल्लेबाज जहां आयरलैंड की कसी हुई गेंदबाजी के सामने संघर्ष करते नजर आये, वहीं स्मृति ने 56 गेंदों पर नौ चौकों और तीन छक्कों के साथ 87 रन जड़े। इसके अलावा जेमिमा रॉड्रिग्स ने 12 गेंदों पर तीन चौकों के साथ 19 रन का योगदान दिया।
भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए धीमी शुरुआत की। सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा को रन बनाने के लिये संघर्ष करना पड़ा, हालांकि मंधाना ने छठे ओवर में हाथ खोलते हुए दो चौके जड़े। शेफाली का संघर्ष नौंवे ओवर में लौरा डेलानी ने समाप्त किया। शेफाली ने आउट होने से पूर्व 29 गेंदों पर तीन चौके लगाकर 24 रन बनाये।
आयरलैंड के गेंदबाजों ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरीं कप्तान हरमनप्रीत कौर को भी हाथ खोलने की अनुमति नहीं दी। हरमनप्रीत ने 20 गेंद खेलकर सिर्फ 13 रन ही जोड़े।
इस बीच मंधाना ने तेजी से बल्लेबाजी करते हुए हरमनप्रीत के साथ दूसरे विकेट के लिये 52 रन की अर्द्धशतकीय साझेदारी की। मंधाना को 46 रन के स्कोर पर एक जीवनदान भी मिला जब कैरा मरे की गेंद पर मिडविकेट पर खड़े फील्डर ने उनका कैच छोड़ दिया। मंधाना ने इसका पूरा-पूरा लाभ उठाते हुए 14वें ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर टूर्नामेंट में अपना दूसरा अर्द्धशतक पूरा किया। हरमनप्रीत का विकेट गिरने के बाद ऋचा घोष (0) अगली ही गेंद पर पगबाधा हो गयीं लेकिन मंधाना ने रनगति नहीं रुकने दी।
मंधाना की विस्फोटक बल्लेबाजी के दम पर भारत ने आखिरी पांच ओवरों में 50 रन जोड़े, हालांकि वह खुद 19वें ओवर में आउट होने के कारण टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपने पहले शतक से चूक गयीं। इसके बाद रॉड्रिग्स ने आखिरी ओवर में दो चौके जड़कर भारत को 155 रन तक पहुंचाया।