क्या राजनीति की पिच पर उतरेंगें शिखर धवन? खेल मंत्री से मुलाकात के बाद अटकलें तेज
मंगलवार, 4 जुलाई 2023 (15:30 IST)
खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने रविवार को 'भारतीय जनता पार्टी के संपर्क से समर्थन' महा अभियान के अंतर्गत भारतीय क्रिकेटर Shikhar Dhawan शिखर धवन से मुलाकात की।इस मुलाकात के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि शिखर धवन जल्द ही राजनीति की पारी शुरु करने के विचार कर सकते हैं।
श्री ठाकुर ने कहा, “हमने शिखर जी को सरकार की उपलब्धियां बताई हैं और उनका एवं खेल जगत का समर्थन मांगा है। पिछले नौ वर्षों में मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत में खेलों में 360 डिग्री का परिवर्तन देखने को मिला है।”
शिखर धवन ने भाजपा की तारीफों में बांधे पुल
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और अनुभवी बल्लेबाज धवन ने कहा, “सरकार की उपलब्धियां देखकर हमें गर्व होता है। आज पूरे देश का खेल पर्यायवरण एवं बुनियादी ढांचा मजबूत हो रहा है। आज हम विदेश जाते हैं तो गर्व महसूस करते हैं। पहले हम सोने की चिड़िया कहे जाते थे और हम उसी तरफ दोबारा बढ़ रहे हैं। दूसरे खेलों को भी आगे बढ़ता देख हमें बेहद खुशी होती है।”
श्री ठाकुर ने कहा कि खेलों को आगे बढ़ाने और युवाओं को अवसर उपलब्ध कराने की मोदी सरकार की नीतियों की धवन ने सराहना की तथा भारत के बढ़ते दबदबे और आर्थिक मोर्चे पर भारत की सुखद स्थिति पर उत्साह एवं संतोष प्रकट किया।
लगातार जूझ रहे थे बुरे फॉर्म से
शिखर धवन साल 2022 में भारतीय टीम के कप्तान थे और उनकी अगुवाई में टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 2-1 से हराया। लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ तीनों मैचों में सस्ते में आउट होने के बाद उनकी सलामी बल्लेबाजी ही सवालों के घेरे में आ गई। वह सिर्फ एक प्रारुप में ही भारतीय टीम का हिस्सा थे और इससे भी उनको रुखसत कर दिया गया।
धवन ने अपने पिछले नौ वनडे में से आठ में बुरी तरह संघर्ष किया था। दिल्ली का यह बाएं हाथ का बल्लेबाज पावर प्ले के ओवरों में धीमी बल्लेबाजी कर रहा थाजो टीम के लिए हानिकारक साबित हो रहा था।धवन के साथ सबसे बड़ी समस्या यह आ रही थी कि वह पारी की शुरुआत में तेजी से रन नहीं बना पा रहे है।
2019 विश्व कप से पहले उनका स्ट्राइक रेट 100 से अधिक का हुआ करता था जबकि 2022 में उनका स्ट्राइक रेट 75 का था।बांग्लादेश से हुई सीरीज में वह एक भी बार दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए थे।ऐसे खिलाड़ी को बाहर करना आसान नहीं था जिसने 167 एकदिवसीय मैच खेले हैं।
वह मौजूदा टीम में रोहित (9825) और विराट कोहली (12898) के बाद भारत के तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी है। उनके नाम इस प्रारूप में 6793 रन दर्ज हैं।उन्होंने पिछले दो वर्षों में वनडे में लगभग 1000 रन बनाए हैं। पिछले 3 वर्षों में वह केवल इसी प्रारूप में खेले हैं।