अहमदाबाद में बना विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम, अब इस शहर में बनेगा विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टेडियम

बुधवार, 3 मार्च 2021 (22:42 IST)
जयपुर:राजस्थान क्रिकेट संघ द्वारा बनवाये जा रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीसरे सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की रूपरेखा तैयार हो गयी है।
 
राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) सचिव महेंद्र शर्मा ने बुधवार को बताया कि इंदौर की मेहता ऐंड एसोसिएट्स के प्रतिनिधियों ने जयपुर में आरसीए के मुख्य संरक्षक डा. सी पी जोशी, अध्यक्ष वैभव गहलोत एवं कार्यकारिणी सदस्यों और अन्य अधकारियों को स्टेडियम के निर्माण के विभिन्न बिंदुओं एवं संरचना पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
 
उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से स्टेडियम के साउथ ब्लॉक स्थित प्लेयर्स ड्रेसिंग रूम, प्रेसिडेंशल लाउन्ज, वीवीआईपी ब्लॉक, नार्थ ब्लॉक स्थित मीडिया एरिया, ब्रॉडकास्ट सुविधाएं, प्रेस ब्लॉक, ईस्ट एवं वेस्ट स्टैंड में दर्शकों को उच्च स्तरीय आरामदायक स्टैंड्स के निर्माण, वाटर हार्वेस्टिंग, वाटर रिसाइकिल प्रोसेस, सोलर पावर आदि सुविधाओं का निर्माण के साथ स्टेडियम के प्रथम चरण में 40 हजार दर्शकों की क्षमता के स्टेंड निर्माण पर प्रजन्टेशन दिया गया। स्टेडियम निर्माण के दूसरे चरण का कार्य इसके पश्चात् किया जायेगा जिसकी दर्शक क्षमता 35 हजार रहेगी।
 
शर्मा ने बताया कि आरसीए के मुख्य संरक्षक डा, सी पी जोशी एवं आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने फर्म के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए के वे अतिशीघ्र स्टेडियम की ड्राइंग एवं टेंडर डॉक्युमेंट आरसीए को उपलब्ध कराएं जिससे की समयबध्द तरीके से स्टेडियम का निर्माण कराया जा सके।
 
प्रजन्टेशन के दौरान आरसीए के मुख्य संरक्षक डा सी पी जोशी, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत, उपाध्यक्ष आमीन पठान, सचिव महेंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष कृष्ण निमावत, कार्यकारिणी सदस्य देवाराम चौधरी, आरसीए के सलाहकार जी एस संधू, आरसीए क्यूरेटर तपोश चटर्जी, मेहता एसोसिएट्स के प्रतिनिधि जितेन्द्र मेहता मौजूद थे।
 
 खुशी की बात यह है कि सिर्फ अहमदाबाद में स्थित सरदार पटेल स्टेडियम ही नहीं, अगर दुनिया के 5 सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में से 4 स्टेडियम भारत में है।

दर्शक संख्या के लिहाज से इडन गार्डन विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टेडियम जिसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर जयपुर का स्टेडियम भी खड़ा होना चाहता है।
 
इडन गार्डन भारत का एक  एतिहासिक मैदान है जो भारतीय क्रिकेट के कई सुनहरे और कुछ भूल जाने वाले पलों का गवाह बना है। 1864 में बने देश के इस सबसे पुराने स्टेडयिम में दर्शकों की संख्या 80 हजार है।कुछ साल पहले निर्माण कार्य के चलते इस स्टेडियम में सीटों की संख्या कम करवाई गई थी।(वार्ता) 

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