सुरेश रैना ने कहा, 2007 एकदिवसीय विश्व कप ने धोनी को व्यक्ति के रूप में बदला

बुधवार, 19 अगस्त 2020 (15:41 IST)
नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर सुरेश रैना का कहना है कि 2007 एकदिवसीय विश्व कप में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन का टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी पर गहरा प्रभाव पड़ा था और इसने उन्हें एक व्यक्ति के रूप में बदल दिया था।
ALSO READ: पिच पढ़ने की कला के माहिर हैं धोनी : शिवकुमार
टीम इंडिया को अपनी कप्तानी में 2 बार विश्व कप जिताने वाले धोनी ने गत 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था जिसके तुरंत बाद रैना ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। रैना ने कहा कि धोनी ने 2007 विश्व कप से काफी कुछ सीखा और इस टूर्नामेंट ने धोनी को एक व्यक्ति के रूप में बदल दिया। यह दर्शाता है कि वे कितने गंभीर थे। उन्हें हमेशा लगता था कि आप जीतो लेकिन आप हार से काफी कुछ सीख सकते हैं। वे एक कठोर व्यक्ति हैं।
ALSO READ: पाकिस्तान क्रिकेट जगत ने धोनी की तारीफों के पुल बांधे, कहा- दुनिया के महानतम खिलाड़ी
उन्होंने कहा कि मैंने 2003-04 में धोनी के साथ काफी समय बिताया है। हम बेंगलुरु में साथ में शिविर करते थे। वे मुझे जानते थे कि मैं किस तरह का व्यक्ति हूं। हम दोनों ऐसी जगह से आते हैं, जहां हम चीजों को सरल बनाते हैं। इसलिए जब हमें देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला तो मुझे लगा कि धोनी ऐसे व्यक्ति हैं, जो खेल को बदल सकते हैं।
 
पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि मैंने उनसे बात की, उन्होंने मेरे खेल और करियर में काफी चीजों में बदलाव किए। 2007 में मेरा ऑपरेशन हुआ और वह साल मेरे लिए काफी कठिन था। इसने मेरा जीवन बदल दिया। इससे मैं काफी कठोर बना और इससे मुझे बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद मिली। (वार्ता)

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी