सूर्यकुमार को जब उनके पिताजी ने टीम की सूची भेजी तो एकबारगी उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि वह टीम के उपकप्तान बनाए गए हैं।उन्होंने कहा, मुझे अपने पिताजी से पता चला जो सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। उन्होंने मुझे टीम की सूची भेजी और साथ में संक्षिप्त संदेश भी दिया, किसी तरह का दबाव मत लेना और अपनी बल्लेबाजी का पूरा लुत्फ उठाना।सूर्यकुमार ने कहा, कुछ पल के लिए मैंने अपनी आंखें बंद की और स्वयं से पूछा कि क्या यह सपना है। यह शानदार अहसास है।