भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला टी20 मैच, निगाहें राहुल और पंत पर
गुरुवार, 5 दिसंबर 2019 (19:48 IST)
हैदराबाद। भारत (India) और वेस्टइंडीज (WestIndies) के बीच 3 टी20 मैचों की सीरीज का पहला मैच शुक्रवार को यहां शाम 7 बजे से खेला जाएगा। इस सीरीज में टीम इंडिया 2020 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए अपने खिलाड़ियों को आजमाएगी। लोकेश राहुल और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी टीम में अपना स्थान पक्का करने का लक्ष्य लेकर उतरेंगे।
टी20 विश्व कप की तैयारियों में जुटी भारतीय टीम में कई खिलाड़ियों का स्थान अभी पक्का नहीं है और वे वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने प्रदर्शन से टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे। इनमें से एक नाम राहुल का है।
चोटिल सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की अनुपस्थिति में यह श्रृंखला उन्हें रोहित शर्मा के जोड़ीदार के तौर पर अपना स्थान सुनिश्चित कराने का बहुत अच्छा मौका प्रदान करेगी। उनका टी20 में अच्छा रिकॉर्ड है। राहुल ने 31 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 42.74 के औसत से 974 रन जुटाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 110 रन रहा है। आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है।
राहुल के अलावा ऋषभ पंत भी अपने मजबूत प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब देना चाहेंगे। बल्ले से और विकेटकीपिंग में अपनी अनिरंतर फॉर्म के कारण वह पिछले कुछ समय से आलोचनाओं में घिरे रहे हैं।
उन्हें महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन इस साल के शुरू में आईसीसी वनडे विश्व कप के समाप्त होने के बाद उनकी फार्म में गिरावट आई और अपना विकेट भेंट में देने के लिए कई बार उनकी काफी आलोचना की गई।
यहां तक कि उनकी विकेटकीपिंग की भी काफी आलोचना हुई और इसी कारण बाएं हाथ के इस खिलाड़ी को खेल के लंबे प्रारूप से बाहर कर दिया गया और ऋद्धिमान साहा ने अंतिम एकादश मे दोबारा अपना स्थान हासिल कर लिया।
चयनकर्ताओं ने प्रतिभाशाली संजू सैमसन को टीम में शामिल किया और धोनी के ब्रेक से वापसी की बातें होने लगी। इससे अब पंत के लिए यह मौका है कि वह प्रदर्शन करें और अपना स्थान पक्का करें या फिर गंवा दे।
सैमसन के लिए भी यह श्रृंखला अहम होगी। उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टी20 टीम में शामिल किया गया था लेकिन केरल के इस विकेटकीपर बल्लेबाज को श्रृंखला में एक भी मौका नहीं मिला और धवन के सैयद मुश्ताक अली राष्ट्रीय टी20 चैम्पियनशिप में दिल्ली के लिए खेलते हुए चोटिल होने के बाद ही उन्हें टीम में चुना गया।
यह तो निश्चित ही है कि पंत विकेटकीपिंग के लिए पहली पसंद होंगे लेकिन अगर वह फिर से विफल होते हैं तो यह देखना होगा कि टीम प्रबंधन सैमसन को मौका देता है या नहीं जिसके वह निश्चित रूप से हकदार हैं। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि विराट कोहली बांग्लादेश के खिलाफ टी20 श्रृंखला में ब्रेक लेने के बाद टीम की कमान संभालने के लिए वापसी करेंगे।
गेंदबाजी की बात की जाए तो कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार टी20 टीम में वापसी कर रहे हैं। कुलदीप और चहल की जोड़ी लंबे समय बाद एक साथ होगी जो ‘कुलचा’ के नाम से भी मशहूर हैं। कुलदीप छोटे प्रारूप में अंतिम बार फरवरी 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले थे।
भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण भी भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी की वापसी से पैना दिखता है। शमी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अंतिम बार 2017 में खेले थे जबकि भुवनेश्वर ने मांसपेशियों की समस्या से उबरने के बाद वापसी की है। भुवनेश्वर का अंतिम टी20 इस साल अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ उसकी सरजमीं पर था।
बांग्लादेश श्रृंखला की खोज रहे दीपक चाहर के भी शमी और भुवनेश्वर के साथ तेज गेंदबाजी आक्रमण में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है। वहींवेस्टइंडीज की टीम अगस्त में अपनी सरजमीं पर भारत से 0-3 से हारने का बदला चुकता करना चाहेगी।
वेस्टइंडीज को बहुत अच्छी टी20 टीम माना जाता है और यह उनके पक्ष में रहेगा कि उन्होंने लखनऊ में अफगानिस्तान के साथ पूरी श्रृंखला खेलकर खुद को परिस्थितियों के अनुकूल ढाल लिया है।
कीरोन पोलार्ड कप्तानी की जिम्मेदारी बखूबी निभाना चाहेंगे जबकि निकोलस पूरन गेंद से छेड़छाड़ के कारण लगे चार मैचों के प्रतिबंध की वजह से पहला टी20 मैच नहीं खेल पाएंगे। इससे वेस्टइंडीज के बल्लेबाजी लाइन अप की जिम्मेदारी शाई होप और शिमरोन हेटमेयर पर होगी।
वहीं भारतीय रोस्टन चेज से भी सतर्क होंगे जो बल्ले और गेंद दोनों से उपयोगी योगदान कर सकते हैं। टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए वेस्टइंडीज की टीम भी विभिन्न संयोजन आजमाना चाहेगी और इसी के तहत उन्होंने टीम में कुछ नए चेहरों को शामिल किया है।
टीमें इनमें से चुनी जाएंगी : भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, संजू सैमसन, ऋषभ पंत, मनीष पांडे, श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक चाहर, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी।