वैसे तो ऐसे कई मैच होंगे जब पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 185 रन बनाए हों और उसने थोड़े अंतर से यह मैच जीत लिया हो। लेकिन टीम इंडिया ने यह मैच गेंदबाजी के लिए अत्यंत मुश्किल परिस्थितियों में जीता है। यह जीत टीम इंडिया को आगामी टी-20 विश्वकप में यह भरोसा देगी कि ओस होने के बावजूद भी मैच रनों से जीते जा सकते हैं।
सूर्यकुमार यादव- कई समय से अपन दुर्भाग्य से लड़ते-लड़ते यादव के सौभाग्य का सूर्य आज चमक ही गया। ईशान किशन आज ग्रोइन इंजुरी के कारण बाहर बैठे थे। इस कारण सूर्यकुमार को खिलाया गया। सूर्यकुमार यादव ने अपनी पारी का आगाज ही छक्के से किया। इसके बाद उन्होंने 28 गेंदों में 50 रन पूरे किए। सूर्यकुमार ने 6 चौके और 3 छ्क्के लगाए। 31 गेंदों में 57 रन बनाकर जब वह आउट हुए भी तो मैदान पर सोफ्ट सिग्नल का प्रश्न छोड़ गए। अगर मैदानी अंपायर उनको आउट नहीं देते तो सूर्यकुमार की यह पारी और भी बड़ी हो सकती थी। इस शानदार पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
श्रेयस अय्यर- सूर्यकुमार यादव के बाद 4 नंबर बल्लेबाजी के प्रबल दावेदार अय्यर भी टीम में बने रहने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जब सूर्यकुमार यादव आउट हो गए तो उन्होंने रन गति पर अंकुश नहीं लगने दिया और पहले पंत और फिर हार्दिक पांड्या के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी की। अय्यर ने अपनी 37 रनों की पारी में 5 चौके और 1 छक्का लगाया।
शार्दुल ठाकुर- मैन ऑफ द मैच भले ही सूर्यकुमार यादव हो लेकिन सच्चाई यही है कि जीत पर सील आज शार्दुल ठाकुर ने लगाई है। अंतिम ओवरों में जब इंग्लैंड लगातार रन गति बनाने पर जोर दे रही थी तब सेट बल्लेबाज बेन स्टोक्स और फिर अगली ही गेंद पर इयॉन मोर्गन को आउट कर ठाकुर ने मैच का रुख ही पलट दिया। अंतिम ओवर में उन्होंने जॉर्डन का विकेट लेकर भारत की जीत पक्की कर दी। ठाकुर ने यह सब ओस के रहते किया जो कि और भी ज्यादा प्रशंसनीय है। शार्दुल ठाकुर ने 4 ओवरों में 42 रन देकर 3 विकेट लिए। बल्ले से भी शार्दुल ने 4 गेंद में 10 रन बनाए।(वेबदुनिया डेस्क)