अधिकारी ने कहा, ठाकरे धीरे धीरे उमेश यादव के विश्वासपात्र हो गये। और उन्होंने उमेश यादव के सभी वित्तीय मामले देखना शुरू कर दिया। वह क्रिकेटर के बैंक खाते, आयकर और अन्य वित्तीय मामले देखने लगे। उन्होंने कहा कि यह खिलाड़ी नागपुर में जमीन खरीदना चाहता था और इस बारे में ठाकरे से कहा।
उन्होंने कहा, ठाकरे ने एक बंजर इलाके में एक प्लॉट देखा और उमेश यादव को बताया कि वह उन्हें 44 लाख रूपये में यह दिला देगा और उन्होंने भी ठाकरे के खाते में यह राशि जमा कर दी। लेकन ठाकरे ने अपने नाम पर यह प्लॉट खरीद लिया।
जब उमेश यादव को धोखाधड़ी के बारे में पता चला तो उन्होंने ठाकरे से प्लॉट उनके नाम पर ट्रांसफर करने को कहा लेकिन उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया। अधिकारी ने कहा कि ठाकरे ने यह राशि भी उमेश यादव को लौटाने से मना कर दिया।अधिकारी ने कहा, उमेश यादव ने कोराडी में प्राथमिकी दर्ज करायी है जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 406 और 420 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। (भाषा)