लेकिन सलामी बल्लेबाज 17 साल के यशस्वी जायसवाल ने विकेट का एक छोर संभाले रखा और 82 गेंदों में 6 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 62 रन बनाए। जब भारतीय टीम का स्कोर 104 रन था, तब वे चौथे विकेट के रुप में आउट हो गए, जिससे टीम को बड़ा झटका लगा।
विकेटकीपर ध्रुव जुरेल 15 रन बनाकर पांचवें बल्लेबाज के रूप में 114 के स्कोर पर पैवेलियन लौट गए। इन नाजुक हालात में सिद्धेश वीर ने 42 गेंदों में चार चौकों की मदद से 25 रन, अंकोलेकर ने 54 गेंदों में 5 चौकों और 1 छक्के के सहारे नाबाद 55 रन और रवि बिश्नोई ने 31 गेंदों में एक चौके और 1 छक्के के सहारे 30 रन बनाकर भारत को 233 तक पहुंचाया।