बदलने वाले हैं क्रिकेट के नियम, मिलेगा रेड कार्ड

Webdunia
मंगलवार, 7 मार्च 2017 (20:10 IST)
क्रिकेट को भद्रजनों का खेल कहा जाता है, लेकिन कई बार क्रिकेटरों खेल के दौरान अभद्र व्यवहार करते हैं, लेकिन नए नियम अब इस खेल को और भी अधिक रोमांचक बनाएंगे। एमसीसी 1 अक्टूबर 2017 से क्रिकेट के कई नियमों में बदलाव करने जा रहा है।
 
एमसीसी ने बल्ले के आकार को लेकर भी सीमाएं तय की है और साथ ही रन आउट के नियम में भी बदलाव किया गया है जिससे कि उस बल्लेबाज को बचाव किया जा सके जिसका बल्ला या शरीर का अंग क्रीज पार करने के बाद हवा में उठ गया हो।
 
एमसीसी क्रिकेट समिति की पिछले साल दिसंबर में हुई बैठक के दौरान हुई सिफारिशों के बाद ये नए नियम बनाए गए हैं।
 
एमसीसी के क्रिकेट प्रमुख जान स्टीफनसन ने कहा, 'हमें लगता है कि समय आ गया है कि खिलाड़ियों के खराब बर्ताव के लिए सजा लागू की जाए और शोध बताते हैं कि जमीनी स्तर पर उभरते हुए अंपायर इसके कारण खेल से दूर हो रहे हैं।'
 
उन्होंने कहा, 'उम्मीद करते हैं कि ये सजाएं अनुशासनात्मक मामलों से निपटने के लिए उन्हें अधिक आत्मविश्वास देंगी और साथ ही खिलाड़ियों को ऐसा करने से रोकने का काम करेंगी।' रन आउट के संदर्भ में एमसीसी ने बयान में कहा, 'अगर बल्ला (हाथ में पकड़ा हुआ) या बल्लेबाज का कोई भी अंग क्रीज को पार करके जमीन को छूता है और विकेट गिराए जाने के दौरान अगर यह संपर्क टूट जाता है तो बल्लेबाज को रन आउट होने से बचाव मिलेगा अगर वह दौड़ या कूद लगा रहा है और विकेट की ओर जा रहा है।  

इन नियमों में होगा बदलाब : एमसीसी के मुताबिक बल्ले और गेंद के बीच बराबरी के संघर्ष के लिए बल्ले के आकार को भी नियंत्रित किया जाएगा। खबरों के मुताबिक बैट की चौड़ाई 108 मिमी, मोटाई 67 मिमी और कोनों पर 40 मिमी से ज्यादा नहीं हो पाएगी। बड़े बल्लों के उपयोग से रोकने के लिए अंपायर बैट गेज (माप यंत्र) का इस्तेमाल करेंगे। इस नियम से प्रभावित होने वाले प्रमुख क्रिकेटरों में ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर होंगे। पिछले दिनों खबरें आई थीं कि वे टी-20 मैचों में 85 मिमी मोटाई वाले बल्ले का प्रयोग कर रहे हैं।
 
बदलेंगे रन आउट के नियम : अब 'हैंडल्ड द बॉल' नियम को हटाकर उस तरीके से आउट होने वाले बल्लेबाज को 'ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड' नियम के तहत आउट दिया जाएगा।  यदि कोई बल्लेबाज रन दौड़ते वक्त पॉपिंग क्रीज के अंदर बैट रख देता है और फिर दौड़ते वक्त उसका बल्ला ऊपर उठ जाता है और बेल्स गिर जाती है तो भी वह आउट नहीं दिया जाएगा। जब गेंदबाज गेंद डालने की तैयारी में रहता है यदि उसी वक्त नॉन स्ट्राइकर क्रीज के बाहर निकल गया तो उसे रन आउट किया जा सकेगा। इस बदलाव के कारण अब नॉन स्ट्राइकर ज्यादा समय तक क्रीज में रहेगा।  (एजेंसियां)
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