ख्वाजा ने कहा, यह बड़ी पारी है। पहला शतक हमेशा कठिन होता है भले ही आप किसी भी प्रारूप में खेल रहे हों। यह भी खास है। टेस्ट क्रिकेट में भी मैने ऐसा ही पाया है और वनडे में भी। कुछ साल पहले मैं 98 रन पर आउट हो गया था जो काफी निराशाजनक था।
ऑस्ट्रेलिया ने 2017 के बाद पहली बार विदेशी सरजमीं पर वनडे जीता है और ख्वाजा इससे काफी उत्साहित है। उन्होंने कहा, हर जीत आपको खुशी देती है। यही वजह है कि हम खेलते हैं। हमें भारत के खिलाफ जीतना पसंद है, खासकर उनको उनकी धरती पर हराना। हम पहले दो मैच हारे और तीसरा जीता। हम अभी भी श्रृंखला में हैं और यह शानदार अनुभव है।
कुलदीप यादव के खिलाफ रणनीति के बारे में ख्वाजा ने कहा, कोई तय रणनीति नहीं थी। हमने मौके के अनुरूप खेला। कुलदीप के बारे में आरोन को पता था कि वह शॉर्ट गेंद डालेगा। पहले ही ओवर में उसने कुलदीप पर दबाव बना दिया। जब भी मुझे स्ट्राइक मिलती तो मैं एक रन लेकर उसे स्ट्राइक देने की कोशिश करता था। साझेदारी ऐसे ही होती है और ऐसे ही आप यह समझते हैं कि दूसरा बल्लेबाज क्या करना चाह रहा है। (भाषा)