'इंग्लैंड के सभी खिलाड़ी फिट होते तो भी दे देते मात', इस सवाल पर बिफरे कप्तान कोहली

मंगलवार, 24 अगस्त 2021 (20:57 IST)
लीड्स:भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि उनकी टीम सभी मुख्य खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली इंग्लैंड की टीम को भी उसकी सरजमीं पर हराने में सक्षम है लेकिन साथ ही कहा कि इंग्लैंड के मुश्किल हालात में बल्लेबाजी करते हुए अपने अहं को दूर रखना जरूरी है।
 
इंग्लैंड की टीम पहले दो टेस्ट में शीर्ष आलरांउडर बेन स्टोक्स और मुख्य तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर और क्रिस वोक्स के बिना उतरी थी और अब मार्क वुड भी बुधवार से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट से चोट के कारण बाहर हो गए हैं।
 
कोहली से जब यह पूछा गया कि क्या यह विरोधी टीम को पछाड़कर श्रृंखला जीतने का सही समय है तो वह इस सवाल से खुश नहीं दिखे।
 
कोहली ने कहा, ‘‘क्या यह विरोधी टीम की मजबूती पर निर्भर करता है? यहां तक कि जब शीर्ष खिलाड़ी खेल रहे हो तो भी हमें लगता है कि हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘हम विरोधी टीम के कमजोर होने का इंतजार नहीं करते। इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह ऐसी टीम से पूछा गया सही सवाल है जो पिछले इतने वर्षों से इतना अच्छा क्रिकेट खेल रही है। हम विरोधी टीम के कमजोर होने पर निर्भर नहीं हैं, हम किसी भी श्रृंखला को इस तरह नहीं देखते।’’

गौरतलब है कि इंग्लैंड के ज्यादातर प्रमुख खिलाड़ी इस सीरीज में नहीं खेल रहे हैं। बेन स्टोक्स ने अनिश्चितकालीन के लिए क्रिकेट से ब्रेक लिया है। गेंदबाजों में ब्रॉड, वुड चोटिल हो गए हैं। वहीं जोफ्रा आर्चर, ओली स्टोन और क्रिस वोक्स सीरीज में पहले टेस्ट से ही खराब फिटनेस के चलते शामिल नहीं हुए।
 
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात में बल्लेबाजी के बारे में पूछे जाने पर कोहली ने कहा, ‘‘इंग्लैंड में आप कभी नहीं कह सकते कि आप क्रीज पर जम गए हो। आपको अपने अहं को दूर रखना होता है। यहां के हालात अन्य स्थानों की तरह नहीं है जहां 30 से 40 रन बनाने के बाद आप शॉट खेलने के लिए गेंद चुन सकते हो।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘आपको उसी तरह बल्लेबाजी करनी होती है जैसे शुरुआती 30 रन बनाने के लिए की और इसके बाद इसी तरीके को जहां तक संभव को दोहराना होता है। इंग्लैंड में इसी तरह के अनुशासन और धैर्य की जरूरत होती है।’’
कोहली ने कहा, ‘‘अगर इंग्लैंड में आपके अंदर धैर्य नहीं है तो आप कभी भी आउट हो सकते हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने अनुभवी हो या आपने कितने रन बनाए हैं। आपको अच्छे फैसले करने की जरूरत होती है क्योंकि मेरे नजरिए से इंग्लैंड के हालात सबसे मुश्किल हैं।’’
 
भारत की मौजूदा टीम के किसी खिलाड़ी को हैडिंग्ले में खेलने का अनुभव नहीं है जहां इंग्लैंड ने कुछ यादगार प्रदर्शन किया है। कोहली ने कहा कि इससे उन्हें और टीम के उनके साथियों को कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह किसी स्थल पर टेस्ट मैच नहीं खेले हैं।

लॉर्ड्स की प्लेइंग 11 ही खेलेगी लीड्स में

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि पिछले मैच में सफलता हासिल करने वाली टीम के संयोजन को बदलने का कोई कारण नहीं है, लेकिन अगर पिच स्पिनरों के अनुकूल हुई तो अनुभवी रविचंद्रन अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है।
 
ऑफ स्पिनर अश्विन को अंतिम एकादश में जगह नहीं देने पर हो रही बहस के बीच कोहली ने साफ कर दिया कि वह बुधवार से शुरू हो रहे मैच के लिए विजयी एकादश में कोई बदलाव करने पर विचार नहीं कर रहे हैं।
 
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास बदलाव करने का कोई कारण नहीं है, जब तक कि पिछले टेस्ट में खेलने वालों को चोट न लगी हो। आप विजयी संयोजन को छेड़ना नहीं चाहते, खासकर जब टीम ने दूसरे टेस्ट में इतनी अविश्वसनीय जीत हासिल की हो।’’
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि भारत पिच की स्थिति को देखते हुए अश्विन को खिलाने की कोशिश कर सकता है।उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन अश्विन पर फैसला करने से पहले आकलन करेगा कि तीसरे और चौथे दिन पिच का मिजाज कैसा रह सकता है।
 
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक अश्विन के खेलने का सवाल है तो हम पिच को देखकर काफी हैरान हैं। ईमानदारी से कहूं तो हम ऐसी पिचें देख रहे हैं, जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी।’’
 
कोहली ने कहा, ‘‘ मैंने सोचा था कि पिच पर बहुत घास होगी। यह अधिक जीवंत होगी। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।’’टीम में अगर अश्विन को मौका मिलता है तो रविन्द्र जडेजा अंतिम एकादश से बाहर हो सकते है।(भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी