दरअसल, यह मामला भारतीय पारी के 53वें ओवर का है। इस ओवर की चौथी गेंद को भुवनेश्वर कुमार ने कवर की तरफ खेला। जब वह दूसरा रन लेने के लिए लौट रहे थे कि तभी कवर क्षेत्ररक्षक और श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांडीमल गेंद के पास फिसलते हुए पहुंचे लेकिन उन्होंने गेंद को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया। दूसरे फील्डर ने आकर गेंद पकड़ी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नए नियमों के अनुसार यह फेक फील्डिंग हैं यानि फील्डर बल्लेबाज को भ्रम में डालने की कोशिश कर रहा है। ड्रेसिंग रूम में बैठे भारतीय कप्तान यह फेक फील्डिंग देखकर कैमरों की तरफ हाथ से पांच रनों की पेनल्टी का इशारा किया। लेकिन मैदानी अंपायर नाइजेल लोंग और जाेएल विल्सन ने श्रीलंका पर कोई पेनल्टी नहीं लगाई।