भारतीय क्रिकेट के लिए 'विराट साल' रहा 2017

शुक्रवार, 15 दिसंबर 2017 (17:08 IST)
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कवायद से लेकर रिकॉर्डतोड़ बल्लेबाजी, कोच बनाने को लेकर उठे विवाद से लेकर स्टारडम की पराकाष्ठा और स्टाइल आइकन से लेकर बॉलीवुड की सुपर स्टार से शादी तक, 2017 पूरी तरह से विराट साल रहा।
 
 
भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए 2017 उनके जीवन का मील का पत्थर बन गया। इस साल को भारतीय क्रिकेट के लिए विराट साल कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस साल के हर लम्हे पर विराट छाए रहे, फिर बात चाहे मैदान की हो या मैदान से बाहर की, कोच अनिल कुंबले से विवाद की हो या फिर रवि शास्त्री के कोच बनने की, रिकॉर्डतोड़ बल्लेबाजी की हो या कप्तानी की, लाखों दिलों को तोड़ने की हो या अनुष्का शर्मा से हाईप्रोफाइल शादी की, विराट हर भारतीय के दिलोदिमाग पर छाए रहे।
 
 
विराट अब उसी बादशाहत की तरफ बढ़ चले हैं, जहां कभी सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी ने राज किया था। विराट का भारतीय क्रिकेट में एकछत्र साम्राज्य स्थापित हो चुका है और वे अपने नाम को पूरी तरह सार्थक कर रहे हैं।
 
तीनों फॉर्मेट के भारतीय कप्तान की बल्लेबाजी कप्तानी की अग्नि परीक्षा में कुंदन की तरह निखरकर सामने आई है और इस साल उन्होंने जिस तरह रिकॉर्डतोड़ बल्लेबाजी की है उससे तो अब महान सचिन के रिकॉर्ड तक खतरे में नजर आने लगे हैं।

 
बल्लेबाजी की नई परिभाषाएं गढ़ रहे विराट ने अपनी बल्लेबाजी से पूरे साल आंकड़ेबाजों को उलझाए रखा और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का अर्धशतक पूरा कर डाला। विराट के टेस्ट में 20 और वनडे में 32 शतक हो चुके हैं। कप्तान के रूप में वे सर्वाधिक दोहरे शतकों का नया रिकॉर्ड बना चुके हैं।
 
2017 में उन्होंने 2818 रन बनाए जो एक कैलेंडर वर्ष में किसी भारतीय द्वारा सर्वाधिक रन हैं, उन्होंने सालभर में 11 शतक और आठ अर्धशतक मारे और टेस्ट में नंबर दो तथा वनडे और टी-20 में नंबर एक बल्लेबाज बने। इसके अलावा वे भारत के तीसरे सबसे सफल कप्तान बन गए हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में 20 टेस्ट जीत लिए हैं और सौरभ गांगुली (21 जीत) तथा धोनी (27 जीत) के बाद तीसरे नंबर पर आ गए हैं।
 
 
विराट ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज 1-0 से जीतने के बाद लगातार नौ सीरीज जीतने के ऑस्ट्रेलिया के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर ली और फिर श्रीलंका के खिलाफ वनडे तथा टी 20 सीरीज से विश्राम ले लिया। इस दौरान उन्होंने मशहूर अभिनेत्री अनुष्का शर्मा से इटली में शादी कर ली। यह शादी इस साल की सबसे हाईप्रोफाइल शादी बन गई।
 
पूरे साल विराट का बल्ला जमकर रन उगलता रहा और वे विश्राम लेने के कारण एक कैलेंडर वर्ष में श्रीलंका के कुमार संगकारा के सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रनों का रिकॉर्ड तोड़ने से मात्र 50 रन दूर रह गए। संगकारा ने वर्ष 2014 में 2868 रन बनाए, जबकि विराट के इस साल 2818 रन रहे।
 
 
उन्होंने हमवतन राहुल द्रविड़ का 1999 में 2626 रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ा। भारतीय कप्तान ने 2017 में 10 टेस्टों में 1059 रन, 26 वनडे में 1460 रन और 10 टी-20 में 299 रन बनाए। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में लगातार दो दोहरे शतक बनाए और कप्तान के रूप में सर्वाधिक छह दोहरे शतक बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने पहले महान डॉन ब्रैडमैन और फिर ब्रायन लारा को पीछे छोड़ दिया।
 
विराट ने नागपुर और दिल्ली में लगातार दोहरे शतक बनाकर सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के छह दोहरे शतकों के भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। विराट ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में 610 रन बनाए और तीन अलग-अलग सीरीज में 600 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले भारतीय बन गए।

 
उन्होंने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014-15 में 692 रन और इंग्लैंड के खिलाफ 2016-17 में 655 रन बनाए थे। राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर ने दो अवसरों पर ऐसा कारनामा किया था। विराट इस मामले में संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर नील हार्वे, गैरी सोबर्स और लारा की बराबरी पर आ गए हैं। उनसे आगे सिर्फ ब्रैडमैन हैं, जिन्होंने छह बार यह कारनामा किया है।
 
भारतीय रन मशीन लगातार दो दोहरे शतक बनाने वाले ओवरऑल छठे और विनोद कांबली (1993) के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने। विराट के छह दोहरे शतकों में से तो तीन 2017 में बने। उन्होंने 2016 में भी तीन दोहरे शतक बनाए थे। लगातार दो साल ऐसा करने वाले वे दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
 
 
उन्होंने कप्तान के रूप में 3000 रन और करियर में 5000 रन पूरे कर लिए हैं। विराट ने वनडे में 9000 रन भी पूरे कर लिए हैं। इस साल छह वनडे शतक बनाकर विराट ने अपने शतकों की संख्या 32 पहुंचाकर ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग (30) को पीछे छोड़ दिया है। अब उनसे आगे सिर्फ सचिन (49) हैं।
 
विराट ने अपनी कप्तानी में इस साल बांग्‍लादेश से 1-0, ऑस्ट्रेलिया से 2-1 से और श्रीलंका से 3-0 तथा 1-0 से सीरीज जीतीं, जबकि वनडे में उन्होंने इंग्लैंड को 2-1 से, वेस्टइंडीज को 3-1 से, श्रीलंका को 5-0 से, ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से और न्यूज़ीलैंड को 2-1 से हराया। विराट के लिए एकमात्र निराशा पकिस्तान से चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हारना रही। विराट के लिए नए साल में सबसे बड़ी चुनौती दक्षिण अफ्रीका का दौरा रहेगी जो पांच जनवरी से शुरू हो रहा है। (वार्ता)

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