कोहली का ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर यह 6ठा टेस्ट शतक है और इसके साथ ही उन्होंने महान बल्लेबाज और अपने बचपन के हीरो सचिन तेंदुलकर की बराबरी कर ली। कोहली ने 127 पारियों में 25 टेस्ट शतक पूरे किए जबकि तेंदुलकर 130 पारियों के साथ इस सूची में वे तीसरे स्थान पर हैं। ब्रैडमैन ने सिर्फ 68 पारियों में यह कारनामा किया था।
कोहली का ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर यह 6ठा शतक है और वे तेंदुलकर की बराबरी करने में सफल रहे। भारतीय कप्तान नए पर्थ स्टेडियम में शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज हैं। कोहली 1 कैलेंडर वर्ष में विदेशी सरजमीं पर 1,000 रन पूरे करने वाले दुनिया के 11वें और भारत के तीसरे बल्लेबाज हैं। भारतीय बल्लेबाजों में उनसे पहले राहुल द्रविड़ (2002 में 18 पारियों में 1,137 रन) और मोहिंदर अमरनाथ (1983 में 16 पारियों में 1,065 रन) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
वे यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय और कुल तीसरे कप्तान हैं। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के बॉब सिम्पसन और दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ ऐसा कर चुके हैं। 30 वर्षीय कोहली हालांकि लंच से पहले विवादास्पद कैच का शिकार बने लेकिन वे भारत को काफी हद तक वापसी दिलाने में सफल रहे। कोहली ने मिशेल स्टार्क पर चौके के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना 7वां शतक पूरा किया।
शतक पूरा करने के बाद कोहली ने अपना हेलमेट उतारकर ओपटस स्टेडियम की हरी पिच पर रख दिया। भारतीय प्रशंसकों ने स्टैंड्स से चिल्लाकर उनकी हौसला अफजाई की। भारतीय कप्तान ने इस दौरान अपनी अंगुली से इशारे किए जिन्हें देखकर लगा कि वे कहना चाह रहे हैं कि मैं मुंह की जगह अपने बल्ले से बातें करूंगा। उनके जश्न के इस तरीके पर दुनियाभर में क्रिकेट जगत से जुड़े लोगों ने ट्वीट किए।