डीडीसीए के प्रशासक न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) विक्रमजीत सिंह ने एक बयान में कहा, पूर्ववर्ती प्रबंधन ने सहवाग की उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए गेट संख्या दो उनके नाम पर रखने का वादा किया था, जिसे मैं प्रभाव में ला रहा हूं।
उन्होंने कहा, यह दिल्ली की टीम में अहम भूमिका निभाने वाले क्रिकेटरों के योगदान को मान्यता देने की कई अन्य पहल की शुरुआत है। डीडीसीए के अन्य दिग्गजों के नामों का आकलन और सिफारिश करने के लिए समिति गठित की गई है। इनमें वे दिग्गज शामिल हैं जिनके योगदान को मान्यता मिलनी चाहिए और स्टेडियम के विभिन्न हिस्सों में यह दिखना चाहिए। (भाषा)