शुभमन गिल ने कप्तान के रूप में अपनी पहली ही सीरीज में अंग्रेजों के खिलाफ ताबड़तोड़ रन बनाकर अपने नाम कई बड़े रिकॉर्ड कर लिए हैं। उन्होंने शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबस्टन टेस्ट में 269 रन बनाए, जो टेस्ट में भारतीय कप्तान का सर्वाधिक स्कोर है, उन्होंने विराट कोहली के 2019 में पुणे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाए नाबाद 254 रन को पछाड़ा। इस से पहले उन्होंने पहले टेस्ट में भी सेंचुरी जड़ी थी, उनकी इस बल्लेबाजी का का श्रेय युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने उनके बेटे को दिया है।
उन्होंने शुभमन गिल की डबल सेंचुरी पर कहा 'युवराज सिंह ने व्यक्तिगत रूप से शुभमन गिल को कोचिंग दी, शुभमन गिल एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, खिलाड़ियों को कोचिंग कैसे देनी चाहिए, यह युवराज सिंह और गौतम गंभीर से सीखना चाहिए, अगर ब्रायन लारा 500 रन बना सकते हैं, तो हम क्यों नहीं।"
यह घर के बाहर टेस्ट में किसी भारतीय का तीसरा सर्वोच्च स्कोर भी है। उनसे आगे वीरेंद्र सहवाग के मुल्तान में 309 और राहुल द्रविड़ के 2004 में रावलपिंडी में 270 रन हैं। उनसे पहले केवल दो भारतीयों ने इंग्लैंड में दोहरे शतक लगाए थे। उनसे पहले 1979 में सुनील गावस्कर ने 221 और 2002 में राहुल द्रविड़ ने 217 रन बनाए थे, दोनों ही दोहरे शतक द ओवल में आए थे।
कुल मिलाकर गिल के 269 रन टेस्ट में भारत के लिए सातवां सर्वोच्च स्कोर है। मेहमान बल्लेबाजों ने इससे पहले एजबस्टन में शतक लगाए थे। ग्रीम स्मिथ ने 2003 में 277, जबकि जहीर अब्बास ने 1971 में 274 रन बनाए थे। गिल के 269 रन किसी विदेशी बल्लेबाज का इंग्लैंड में बनाया आठवां सर्वोच्च स्कोर है।
गिल समेत सात बल्लेबाजों ने बतौर कप्तान अपने पहले दो टेस्ट में शतक लगाए हैं। पिछले छह में से तीन भारतीय थे, जिसमें विजय हजारे, सुनील गावस्कर और विराट कोहली शामिल हैं। इसके अलावा जैकी मकग्लू, एलिस्टेयर कुक और स्टीवन स्मिथ शामिल हैं। पांच बल्लेबाजों के टेस्ट और वनडे दोनों में दोहरे शतक हैं। गिल के अलावा ऐसा सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा और क्रिस गेल ने किया है।