डेविड हसी की विषम परिस्थितियों में खेली गयी 68 रन की लाजवाब पारी से ऑस्ट्रेलिया ने अपना विजय अभियान जारी रखते हुए इंग्लैंड को तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में चार विकेट से मात देकर सात मैचों की श्रृंखला में 3-0 की बढ़त बनाई।
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन जोनाथन ट्राट (नाबाद 84) को छोड़कर उसका कोई भी अन्य बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाया और उसकी पूरी टीम 48 ओवर में 214 रन पर सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही और सलामी बल्लेबाज ब्रैड हाडिन के 54 रन के बावजूद उसकी टीम एक समय संकट में दिख रही थी।हसी ने तब स्टीवन स्मिथ (26) के साथ छठे विकेट के लिए 63 रन की साझेदारी की। उनकी पराक्रमी पारी से आखिर में ऑस्ट्रेलिया 46वें ओवर में छह विकेट पर 215 रन बनाकर लगातार तीसरी जीत दर्ज करने में सफल रहा।
हसी ने ऐसे समय में मैच विजेता पारी खेली जबकि ऑस्ट्रेलिया के चोटी के पाँच बल्लेबाज 100 रन के स्कोर तक पैवेलियन लौट गए थे। दाएँ हाथ के इस बल्लेबाज ने अपनी पारी में 89 गेंद खेली तथा छह चौके और एक छक्का लगाया। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया का किसी एक खिलाड़ी के दम पर जीत का सिलसिला जारी रहा। पहले मैच में उसे शेन वॉटसन ने जबकि दूसरे मैच में शॉन मार्श ने जीत दिलायी थी।
इससे पहले इंग्लैंड की टीम लगातार तीसरे मैच में पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई। उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और मैट प्रायर लगातार दूसरे मैच में खाता खोले बिना पैवेलियन लौटे। उन्हें ब्रेट ली ने पगबाधा आउट किया। कप्तान एंड्रयू स्ट्रास (23) गलतफहमी में रन आउट हो गए। इयोन मोर्गन ने शुरू में जूझने के बाद 30 रन बनाए लेकिन इसके बाद वह कामचलाऊ स्पिनर डेविड हसी की गेंद पर मिडविकेट पर माइकल क्लार्क को कैच दे बैठे।
चोटिल केविन पीटरसन की जगह टीम में लिए गये अनुभवी पॉल कॉलिंगवुड फिर असफल रहे। उन्हें स्पिनर जेवियर डोहर्थी ने बोल्ड किया। ल्यूक राइट (30) ने ट्राट के साथ मिलकर कुछ देर तक विकेट गिरने का क्रम रोका।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ली ने अपने आठ ओवर में 27 रन देकर तीन जबकि डोहर्थी ने 37 रन देकर दो विकेट लिए। (भाषा)