प्रदेश में बसपा सरकार का नीला रंग ग्रीन पार्क स्टेडियम पर भी छाया हुआ है, लेकिन प्रशासन ने यह सारी तैयारियाँ 'मेन्स इन ब्लू' (भारतीय क्रिकेट टीम) के लिए नहीं की है, बल्कि 'स्टेडियम इन ब्लू' इसलिए किया गया है क्योंकि मुख्यमंत्री मायावती खिलाड़ियों को पुरस्कार देने के लिए यहाँ आ रही है।
कानपुर 11 नवम्बर को होने वाले भारत पाक एक दिवसीय मैच के लिए उ.प्र. प्रशासन दिन रात एक करके तैयारियाँ कर रहा है, प्रशासन की चिंता मैच को शांतिपूर्वक कराने की है ही साथ ही साथ उनकी सबसे बड़ी चिंता प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती को लेकर है जो प्रदेश में सरकार गठन के बाद पहली बार कानपुर आ रही हैं।
मुख्यमंत्री की पसन्द और उनकी पार्टी के झंड़े का रंग नीला होने के कारण प्रशासन की पूरी कोशिश रही है कि स्टेडियम में अधिक से अधिक नीला रंग दिखाई दे। इसी कारण स्टेडियम की कुर्सियों को नीले और सफेद रंग में रंगा गया है।
बाउंड्री के बाहर दीवार ढकने के लिए जो टेन्ट हाउस से पर्दे लगवाए गए हैं, वह भी नीले और सफेद रंग के ही हैं। यही नहीं, खिलाड़ियों और दर्शकों के प्रवेश के लिए जो अलग-अलग गेट बनाए गए हैं वह भी नीले और सफेद रंग के कपड़ों के ही हैं।
मुख्यमंत्री मायावती के लिए स्टेडियम में जो वीवीआईपी रूम बनाया गया है, उसमें भी नीले रंग को खासी तवज्जो दी जा रही है और इस रूम के पर्दे भी नीले और मैरून कलर के लगाए गए हैं।
इस बाबत जब यूपीसीए के पदाधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि स्टेडियम को सारी जिम्मेदारी प्रशासन की है उनका इससे कोई लेना देना नहीं है। वैसे उन्होंने दबी जबान में यह बात स्वीकार की इस बार स्टेडियम में नीले रंग का इस्तेमाल कुछ ज्यादा हो रहा है।
मुख्यमंत्री के पहली बार शहर आगमन का अधिकारियों पर इस कदर खौफ है कि वह उनकी पसंद के रंग को कुछ ज्यादा ही तवज्जो दे रहे हैं। मैच के दौरान तैयारियों में कोई कमी न रह जाए इसलिए मुख्यमंत्री के सचिव पाँच बार सरकारी हेलीकाप्टर से शहर का दौरा कर चुके हैं।