धोनी-रैना ने दिलाई भारत को बढ़त

शनिवार, 9 जुलाई 2011 (08:21 IST)
कप्तान महेंद्रसिंह धोनी और सुरेश रैना के बीच हुई शतकीय साझेदारी की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में 104 रन की बढ़त के साथ अपना पलड़ा भारी रखा। धोनी (नाबाद 65) और रैना (50) ने छठे विकेट के लिए 103 रन की साझेदारी की जिससे भारत छह विकेट पर 308 रन बनाने में सफल रहा।

इससे पहले सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद (62) और वीवीएस लक्ष्मण (56) ने उस समय 98 रन की साझेदारी की जब टीम 18 रन पर दो विकेट गंवा चुकी थी।

वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 204 रन बनाए थे और टीम इंडिया की यह बढ़त अहम है क्योंकि मौजूदा श्रृंखला की 10 पारियों में यह पहला मौका है जब कोई टीम 300 रन का आंकड़ा छूने में सफल रही है। मेजबान टीम को तेज गेंदबाज रवि रामपाल की जबर्दस्त कमी खली जो पेट में तकलीफ के कारण भारतीय पारी के दौरान गेंदबाजी नहीं कर पाये।

दिन का खेल खत्म होने पर हरभजनसिंह 12 रन बनाकर धोनी का साथ निभा रहे थे। धोनी अब तक अपनी पारी के दौरान 109 गेंद में तीन चौके जड़ चुके हैं।

पहले दो दिन बारिश के खलल के कारण 80.3 ओवर का खेल होने के बाद आज 94 ओवर फेंके गए, जिसमें टीम इंडिया ने छह विकेट खोकर 300 रन बनाए। भारत के लिए तीसरा सत्र सबसे सफल रहा जिसमें उसने 33 ओवर में एक विकेट खोकर 126 रन जोड़े। पहले सत्र में टीम ने 34 ओवर में दो विकेट पर 94 जबकि दूसरे सत्र में 27 ओवर में तीन विकेट पर 80 रन बनाए थे।

आज सुबह बिना विकेट खोये आठ रन से आगे खेलने उतरे भारत की शुरुआत खराब रही और उसने जल्द ही सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (05) और अनुभवी राहुल द्रविड़ (05) के विकेट गंवा दिए।

द्रविड़ भी वेस्टइंडीज के कप्तान डेरेन सैमी की अंदर की ओर आती हुई गेंद को पूरी तरह चूक गए जो उनके बल्ले और पैड के बीच से निकलती हुई विकेटों में समा गई।

मुकुंद ने इसके बाद लक्ष्मण के साथ मिलकर भारतीय पारी को संवारा। इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल रहे मुकुंद और लक्ष्मण ने संभलकर बल्लेबाजी की और स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह दी।

मुकुंद ने अपना पहला चौका 64वीं गेंद पर जड़ा जब उन्होंने देवेंद्र बीशू की गेंद को मिडविकेट से चार रन के लिए भेजा। लक्ष्मण ने भी इस लेग स्पिनर पर चौका जड़ा।

बाएँ हाथ के बल्लेबाज मुकुंद ने बीशू की गेंद पर एक रन के साथ 132 गेंद में अपने कैरियर का पहला टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। लंच के बाद मुकुंद ने फिडेल एडवर्डस की लगातार गेंदों पर चौके जड़कर अपने तेवर दिखाये लेकिन वह अगले ओवर में बीशू की गेंद पर शार्ट लेग पर एड्रियन बराथ को कैच दे बैठे। उन्होंने 149 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके मारे।

लक्ष्मण को इसके बाद कोहली के रूप में भरोसेमंद जोड़ीदार मिला जिसके साथ उन्होंने 52 रन की साझेदारी की। इस बीच लक्ष्मण ने बीशू की गेंद पर चौके के साथ 113 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली हालांकि एक बार फिर अच्छा स्कोर बनाने में विफल रहे और सैमी की लेग साइड से बाहर जाती गेंद को खेलने की कोशिश में विकेटकीपर बा को कैच दे बैठे।

सैमी ने इसके बाद गेंद कामचलाउ स्पिनर शिवनरायण चंद्रपाल को थमाई जिनके दूसरे ओवर में ही बा ने लक्ष्मण को स्टंप करके भारत को पांचवां झटका दिया। लक्ष्मण ने चंद्रपाल की बाहर जाती गेंद को छोड़ दिया लेकिन इसके बाद उन्होंने अपना पिछला पैर उठा लिया और सतर्क खड़े बा ने उनके स्टंप उखाड़े दिए।

स्टंप की अपील से लक्ष्मण काफी हैरान दिखे लेकिन उनकी हैरानी उस समय और बढ़ गई जब तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। उन्होंने अपनी पारी में 129 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके जड़े।

रैना और धोनी ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने ही विकेट बचाने को तरजीह दी और रन बनाने के लिए कमजोर गेंद का इंतजार किया। रैना ने बीशू और चंद्रपाल पर चौका जड़ा।

धोनी ने धीमी बल्लेबाजी की और 58 गेंद खेलने के बाद बीशू पर अपनी पारी का पहला चौका लगाया। सैमी ने 80 ओवर के बाद नयी गेंद नहीं लेने का फैसला किया जिससे भारतीय बल्लेबाजों की राह कुछ आसान हुई। रैना ने बीशू की गेंद पर एक रन के साथ 102 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। सैमी ने हालांकि जब अगले यानी 90वें ओवर में नयी गेंद ली तो फिडेल एडवर्डस ने उन्हें पहली गेंद पर ही पगबाधा आउट कर दिया। उन्होंने 103 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके लगाये।

धोनी ने भी सैमी के अगले ओवर में दो रन के साथ अपना अर्धशतक पूरा किया। अगली गेंद में एक रन के साथ वह टेस्ट क्रिकेट में तीन हजार रन पूरे करने वाले 18वें भारतीय बल्लेबाज भी बने। (भाषा)

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