भारतीय गेंदबाजी कोच वेंकटेश प्रसाद ने स्वीकार किया कि श्रीसंथ का मैदानी व्यवहार टीम के लिए कुछ चिंता का विषय बन गया है। उन्होंने श्रीसंथ को फटकार लगाते हुए कहा कि उन्हें खेल का सम्मान करके नियमों के दायरे में रहकर खेलना चाहिए।
प्रसाद ने कहा कि श्रीसंथ ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में जिस तरह का रवैया अपनाया, उससे मैं चिंतित हूँ।
प्रसाद के अनुसार वे युवा और आक्रामक हैं, लेकिन अब समय आ गया है जबकि उन्हें अपने क्रिकेट पर अधिक ध्यान देना चाहिए। आपको खेल का सम्मान करके नियमों के दायरे में रहकर खेलना चाहिए।
केरल के इस तेज गेंदबाज ने नॉटिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत की सात विकेट की जीत के दौरान इंग्लैंड के कप्तान माइकल वॉन को कंधे से झटका दिया था।
यही नहीं, श्रीसंथ ने केविन पीटरसन पर बीमर भी फेंका था, जिसके लिए उन्होंने तुरंत ही माफी माँगी थी। इसके अलावा उन्होंने पॉल कोलिंगवुड के लिए जो बाउंसर फेंका था, उसे फेंकते समय अपना अगला पैर क्रीज से काफी आगे निकाल दिया था।
कप्तान राहुल द्रविड़ ने आश्वासन दिया कि इस बारे में इस तेज गेंदबाज से बात की जाएगी। द्रविड़ ने ट्रेंटब्रिज टेस्ट की समाप्ति पर कहा था कि यह हमारी जिम्मेदारी का हिस्सा है कि हम उन्हें सिखाएँ। इस तरह के किसी भी मसले पर हम खुद ही निबटेंगे और इस बारे में उनसे (श्रीसंथ) बात की जाएगी।
इंग्लैंड के कप्तान माइकल वॉन ने भी श्रीसंथ के व्यवहार पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक बीमर मारा और कहा कि यह गलती से फेंक दिया गया। हमने उनकी बात मान ली। मुझे लगता है कि चिंता का विषय वह नोबॉल है, जिसमें उनका पैर कहीं आगे निकल आया था।
उन्होंने कहा कि श्रीसंथ युवा और वास्तव में प्रतिभाशाली हैं, लेकिन मुझे आशा है कि उन्होंने दो फुट आगे पैर रखकर की गई नोबॉल बल्लेबाज को दहशत में डालने के लिए नहीं की होगी, क्योंकि ऐसी रणनीति अधिकतर मैचों में अपनाई जा सकती है और हम इसे नहीं देखना चाहते हैं।
प्रसाद ने हालाँकि बीमर मामले में श्रीसंथ का बचाव करते हुए कहा कि बीमर उनके हाथ से छूट गया था, जबकि गलत जंप के कारण उन्होंने नोबॉल की। प्रसाद ने भारतीय गेंदबाजों के अब तक के प्रदर्शन पर संतोष जताया।
उन्होंने कहा कि यदि बल्लेबाजों ने लॉर्ड्स में पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में रन बनाए होते तो भारत वह मैच भी जीत जाता। लोग कह रहे हैं कि पहले मैच में मौसम ने हमें बचा दिया, लेकिन मेरा मानना है कि यदि हमने पहली पारी में अच्छा खेल दिखाया होता तो हम लॉर्ड्स टेस्ट जीत सकते थे।
प्रसाद ने कहा मेरा हमेशा अपने गेंदबाजों पर विश्वास रहा है। मैंने तब भी ये बात कही थी जब होव (ससेक्स के खिलाफ अभ्यास मैच) में सभी बल्लेबाजों को आउट न कर पाने के लिए मीडिया हमारे गेंदबाजों की आलोचना कर रहा था।