पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एजाज बट्ट ने कहा है कि मुनाफे में हिस्सा दिए जाने का उनका प्रस्ताव भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से ठुकराए जाने के बावजूद पाकिस्तानी टीम भारत का दौरा करेगी।
बट्ट ने माना कि भारत में खेलने से पाकिस्तान को आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत अधिक फायदा मिलता है लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि दोनों देशों के बीच रद्द हुई पिछली द्विपक्षीय श्रृंखलाओं के कारण हुए नुकसान की भरपाई भी पाकिस्तान को होनी चाहिए।
अध्यक्ष ने एक टीवी चैनल से कहा यह सच है कि किसी भी दूसरी शीर्ष क्रिकेट टीम के मुकाबले भारत में जाकर या उसके खिलाफ खेलने से हमें कई गुना ज्यादा आमदनी होती है। उन्होंने कहा हमने प्रस्ताव दिया था कि हम भारत में जाकर खेलने के लिए तैयार हैं लेकिन हमें मुनाफे में आधा हिस्सा और प्रसारण अधिकार दिए जाने चाहिए। इससे दोनों देशों को बराबर फायदा मिलेगा लेकिन भारत इसे एकतरफा नजरिए से देखता है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के पाकिस्तान कार्य दल ने हाल में हांगकांग में संपन्न वार्षिक सम्मेलन के दौरान कहा था कि पाकिस्तान के क्रिकेट जगत में सुधार लाने के लिए उसके भारत के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों को पुनर्जीवित करने की सख्त जरूरत है।
बट्ट ने साथ ही कहा कि आईसीसी सम्मेलन के दौरान अनौपचारिक बातचीत में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कुछ अधिकारियों ने कहा था कि वे पाकिस्तान से द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बहाल करने को इच्छुक हैं लेकिन इस मामले में सरकार से कुछ सहमतियों के बाद ही बात आगे बढ़ पाएगी और फिर वे पीसीबी से संपर्क करेंगे।
बट्ट का कहना है कि मुनाफे में हिस्सा दिए जाने से न सिर्फ रद्द हुई श्रृंखलाओं की भरपाई हो पाएगी बल्कि द्विपक्षीय संबंधों को पुनर्बहाल करने के लिए भी ठोस कदम उठाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि मोहाली में भारत पाकिस्तान के बीच हुए विश्वकप सेमीफाइनल के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा था कि राष्ट्रीय टीम को भारत दौरे पर जरूर भेजना चाहिए और भारत को भी कुछ मैचों के लिए पाकिस्तान बुलाया जाना चाहिए।
उन्होंने साथ ही बताया कि पीसीबी ने श्रीलंका से भी अपनी टीम पाकिस्तान दौरे पर भेजने का अनुरोध किया है लेकिन कुछ श्रीलंकाई खिलाड़ी यहां आना नहीं चाहते हैं, इसलिए तटस्थ स्थानों पर ही सिरीज खेली जा सकेगी।
बट्ट ने कहा कि श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने पाकिस्तान की घरेलू श्रृंखलाओं की मेजबानी का प्रस्ताव भी रखा था लेकिन यह प्रस्ताव दुबई या अबुधाबी के मुकाबले अधिक खर्चीला होने के कारण इस पर सहमति नहीं बन सकी।
आईसीसी के भविष्य दौरा कार्यक्रम के अनुसार अगस्त 2013 में भारत को पाकिस्तानी टीम की मेजबानी करनी है। इससे पहले मार्च 012 में भी पाकिस्तानी टीम को भारत दौरे पर आना है। (वार्ता)