युवराज को फेफड़े का ट्‍यूमर

शनिवार, 26 नवंबर 2011 (19:33 IST)
भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह के बाएं फेफड़े में ट्यूमर है जो घातक नहीं है और यही कारण है कि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी वनडे श्रृंखला से बाहर रहने का फैसला किया।

युवराज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे श्रृंखला के लिए खुद को अनुपलब्ध कर दिया था और उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए भी नहीं चुना गया था। विश्व कप से युवराज स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से जूझ रहे हैं, जिसमें भारत ने जीत दर्ज की थी और इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ एक टेस्ट मैच ही खेला है।

युवराज की मां शबनम ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट और स्कैन में तब पता चला था कि युवराज को कुछ गंभीर हुआ है। उसके बाएं फेफड़े में गोल्फ की बॉल जितना ट्यूमर था और डॉक्टरों ने हमें इसके और स्कैन करवाने की सलाह दी थी। शुरुआती रिपोर्ट में लगा था कि युवराज को बाएं फेफड़े में ‘असामान्य ट्यूमर’ है जिसे चिकित्सकीय भाषा में ‘लिम्फोमा’ कहते हैं। हमें बताया गया था कि खतरा इस बात का था कि यह ‘घातक’ हो सकता है।

शबनम ने कहा क‍ि जब वह इंग्लैंड से लौटा तो उसकी स्कैन और बायोप्सी की रिपोटरें में पता चला कि ट्यमूर घातक नहीं है और इससे उन्हें कोई खतरा नहीं और उचित उपचार तथा थेरेपी से इसे ठीक किया जा सकता है। युवराज अब पहले से बेहतर है और वह पूरी तरह से उबरने की ओर बढ़ रहा है।

शबनम ने कहा कि युवराज टीम में वापसी की जल्दबाजी नहीं करना चाहते थे इसलिए उन्होंने बीसीसीआई को वेस्टइंडीज श्रृंखला के लिए अपनी अनुपलब्धता के बारे में सूचित कर दिया।

उन्होंने कहा कि अब उसका पूरा ध्यान पूरी फिटनेस हासिल करने पर है। वह ऑस्ट्रेलिया में वनडे श्रृंखला में खेलने की तैयारी कर रहा है। वह जल्दबाजी नहीं करना चाहता और भारत के लिए क्रिकेट खेलने से पहले शत प्रतिशत फिट होना चाहता है। शबनम ने संकट के समय भारतीय क्रिकेट बोर्ड और युवराज के साथियों के समर्थन की भी तारीफ की।

उन्होंने कहा कि इस दौरान बीसीसीआई ने पूरा सहयोग दिया। बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने युवराज को पूरा समर्थन और मदद की। (भाषा)

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