Nature and Environment: मौसम की भयानक मार झेल रहा है यूरोप

DW

बुधवार, 9 अगस्त 2023 (09:00 IST)
Nature and Environment: मौसम के तीखे तेवरों ने पूरे यूरोप की हालत खराब कर दी है। एक तरफ भारी बारिश, आंधी-तूफान और भूस्खलन ने हालत बिगाड़ रखी है तो दूसरी तरफ यूरोप का ही एक बड़ा हिस्सा भयानक सूखा और जंगल की विनाशकारी आग से जूझ रहा है।
 
मंगलवार को लातविया की आंधी में एक आदमी की मौत हो गई और 8 दूसरे लोग घायल हो गए। तेज हवाएं, बारिश और आंधी ने सोमवार को ही लातविया, एस्तोनिया और लिथुआनिया पर धावा बोला था। इसकी चपेट में आकर इमारत और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है जबकि पेड़ अपनी जड़ों से ही उखड़ गए हैं। मीडिया में आ रहीं खबरों के मुताबिक हजारों घरों में बिजली की सप्लाई सोमवार से ही बंद है। यूरोप के कई हिस्से प्रकृति की आपदाओं का सामना कर रहे हैं।
 
स्लोवेनिया में बाढ़ और भूस्खलन
 
स्लोवेनिया में जर्मन राहतकर्मियों के पहले दल ने भयानक बाढ़ और भूस्खलन के बाद राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है। सोमवार को बचाव दल के विशेषज्ञ एक्सकेवेटर के साथ यहां पहुंच गए। उनके बीचे स्वयंसेवकों और बचावकर्मियों का दल भी वहां पहुंच रहा है।
 
स्लोवेनिया के हालात कुछ कुछ वैसे ही हैं जैसे कि जर्मनी में 2 साल पहले आर घाटी में आई भीषण बाढ़ के बाद हुए थे। जुलाई 2021 में आई उस बाढ़ में 185 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों घरों को भारी नुकसान पहुंचा था।
 
सप्ताहांत में स्लोवेनिया ने यूरोपीय संघ के आपदा राहत तंत्र को सक्रिय किया था। इसके बाद जर्मनी और फ्रांस ने तुरंत बचावकर्मियों के दल को साजोसामान के साथ रवाना कर दिया। बाढ़ और भूस्खलन की वजह से यहां भारी नुकसान हुआ है। कई गांवों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। सड़कें और रेल लाइनें पानी में डूबी हुई हैं। सोमवार को अधिकारियों ने बताया कि स्लोवेनिया, ऑस्ट्रिया और क्रोएशिया में 6 लोगों की मौत हो गई।
 
तूफान की चपेट में स्वीडन और नॉर्वे
 
इस बीच स्कैंडिनेवियाई देश भी हांस तूफान के साथ आई बाढ़ से जूझ रहे हैं। नॉर्वे की कई सड़कें मंगलवार को बाढ़ और भूस्खलन की वजह से बंद र हीं। कई म्युनिसिपल्टियों के 100 से ज्यादा लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया है। नॉर्वे के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि चरम मौसमी परिस्थितियों के कारण आए संकट से फिलहाल राहत के आसार नहीं हैं। बुधवार को भी भारी बरसात होने की आशंका है, खासतौर से ओस्लो के उत्तरी इलाकों में।
 
हांस तूफान ने पहले स्वीडन में कदम रखे और फिर जल्दी ही नॉर्वे की तरफ चला गया। स्टॉकहोम से करीब 300 किलोमीटर दूर हुडिक्सवालके पास 2 यात्री ट्रेनें पटरी से उतर गईं। यह तूफान स्कैंडिनेवियाई देशों में अभी अगले कई और दिन तक बना रहेगा ऐसी आशंका जताई गई है।
 
मंगलवार को स्वीडन के एक टाउन में स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब रात के वक्त आरे नदी का पानी अपने किनारों को तोड़कर बहने लगा। मीडिया में आईं तस्वीरों में सड़कों पर पानी भरा दिख रहा है। पुलिस ने भारी नुकसान होने की जानकारी दी है। पश्चिमी तटवर्ती शहर गोथेनबुर्ग में भी गोटा आल्व नदी अपने किनारों को तोड़कर बह रही है।
 
दक्षिणी ऑस्ट्रिया में भारी बारिश
 
दक्षिणी ऑस्ट्रिया में भी बाढ़ ने परिवहन तंत्र को बहुत नुकसान पहुंचाया है। अनुमान है कि इसकी वजह से करीब 1.54 करोड़ यूरो कीमत की सुविधाएं नष्ट हो गई हैं। दक्षिणी ऑस्ट्रियाई प्रांत कारिंथिया में 170 सड़कें बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आकर तबाह हो गई हैं। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिणी ऑस्ट्रिया में गुरुवार से लेकर सोमवार तक अगस्त के औसत से ज्यादा बारिश हुई है।
 
स्लोवेनिया से लगते सीमावर्ती इलाके में महज पांच दिनों में 300 मिलीमीटर से ज्यादा बरसात हुई है। स्लोवेनिया में भारी नुकसान पहुंचाने वाले तूफान के बाद ऑस्ट्रिया की आपातकालीन सेवाओं का कहना है कि पानी धीरे धीरे नीचे उतर रहा है और स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि दमकल विभाग के कर्मचारी अभी भी सड़कों और इमारतों के मलबे की सफाई में जुटे हुए हैं। कितने मकान और दुकानों को नुकसान पहुंचा है इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
 
एनआर/एडी (डीपीए)

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