1 साल पहले आज ही के दिन भारत में जनता कर्फ्यू लगाया गया था। इसका मकसद कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे अंग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ-साथ कोविड-19 के लिए सचेत भी करना था।
1 साल बाद भारत की स्थिति पर नजर डाली जाए तो देश में इस वक्त कोरोनावायरस के खिलाफ कई स्तर पर टीकाकरण अभियान चल रहे हैं और इसी बीच कोरोना की लहर भी तेजी से बढ़ रही है। आलम यह है कि लोग अब बिना मास्क के ही बाजारों, सड़कों और अन्य जगहों पर नजर आ जाएंगे। सरकार और प्रशासन की तमाम सख्ती के बावजूद कोरोना के प्रति लोगों की गंभीरता कम हो रही है। जनता कर्फ्यू के बाद 25 मार्च 2020 से संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा हुई थी।
सभी लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए और सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। 1 साल बाद भारत की स्थिति चिंताजनक हो गई है, हालांकि कोरोनावायरस के खिलाफ इस वक्त देश में दो टीके उपलब्ध हैं, और लोगों को उम्र के हिसाब से टीके लगाए भी जा रहे हैं। नवंबर 2020 से कोरोना संक्रमण के मामले घट रहे थे, लेकिन इस साल 11 फरवरी के बाद से मामले बढ़ने लगे। रविवार 21 मार्च को देश में कोरोना के 43,846 मामले दर्ज किए गए, जो करीब चार महीने में एक दिन में आए सबसे अधिक मामले हैं।
कोरोना के बढ़ते मामले
टीकाकरण अभियान के बीच देश में कोरोनावायरस तेजी से बढ़ रहा है। सबसे बुरा हाल महाराष्ट्र का है। महाराष्ट्र में रविवार को 30,535 मामले सामने आए। एक दिन में कोरोना के मामलों की यह रिकॉर्ड संख्या है। इसी के साथ राज्य में कोरोना मामलों की कुल संख्या 24,79,682 हो गई, जबकि राज्य में 99 मौतों के साथ मृतकों का आंकड़ा 53,399 पर पहुंच गया है। वहीं कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा है कि राज्य में कोरोनावायरस की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। कर्नाटक में पिछले 24 घंटे में 1,715 केस सामने आए और दो लोगों की मौत हुई। 8 राज्यों में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक केरल में मामले घट रहे हैं। दूसरी ओर देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 823 नए मामले दर्ज किए गए। कोरोना के कारण दिल्ली में एक व्यक्ति की मौत हुई। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया है कि सोमवार से सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक, 12 घंटे टीका लगेगा। उनके मुताबिक बिना रजिस्ट्रेशन वालों को अब दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक टीका लग सकेगा।
लोगों की लापरवाही!
सरकार ने भी माना है कि लोगों की लापरवाही ने कोरोना को ताकतवर होने का मौका दिया है। लोग अब कोरोना दिशा-निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं। वैक्सीन आने से पहले जिस तरह से लोग मास्क का इस्तेमाल किया करते थे, हैंड सैनिटाइज करते थे और सामाजिक दूरी का पालन करते थे, अब लोगों में वैसी गंभीरता नहीं दिख रही है।
दूसरी ओर केंद्र सरकार ने उत्तराखंड सरकार को खत लिखकर कुंभ मेले में कोरोना जांच बढ़ाने और कोरोना से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन कराने को कहा है। केंद्रीय दल ने हरिद्वार में कुंभ का दौरा कर रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हर दिन 10-20 श्रद्धालु और स्थानीय लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।