वॉशिंगटन स्थित सेंटर फॉर नेशनल इंटेरेस्ट थिंक टैंक में विश्लेषक हैरी काजियानिस ने कहा है कि किम, उनके परिवार और उत्तर कोरिया के कई अन्य नेताओं को वैक्सीन दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि यह स्पष्ट नहीं है कि किस कंपनी ने किम को वैक्सीन सप्लाई की है और क्या यह सुरक्षित साबित हुई है?
काजियानिस ने ऑनलाइन साइट 19फॉर्टीफाइव के लिए लेख में लिखा, 'किम जोंग उन और कई अन्य उच्च अधिकारी, किम के परिवार और नेतृत्व नेटवर्क के लोगों को पिछले 2 से 3 सप्ताह के भीतर कोरोनावायरस के लिए टीका लगाया गया है, यह टीका चीन की सरकार द्वारा सप्लाई किया गया है।' चीन ने किस दवा कंपनी के टीके को उत्तर कोरिया के नेता को दिया है, यह साफ नहीं है।
अमेरिकी चिकित्सा वैज्ञानिक पीटर जे. होतेज का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 3 चीनी कंपनियां कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन बना रही हैं जिनमें सिनोवैक बायोटेक, कैनसिनोबायो और सिनोफ्राम ग्रुप शामिल हैं। सिनोफ्राम का कहना है कि चीन में उसके टीके का इस्तेमाल लगभग 10 लाख लोगों द्वारा किया जा चुका है, हालांकि तीनों में से किसी भी कंपनी ने कोविड-19 के टीके के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रॉयल शुरू करने को लेकर सार्वजनिक रूप कोई घोषणा नहीं की है।
उत्तर कोरिया ने कोरोनावायरस संक्रमण की पुष्टि नहीं की है, लेकिन दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी ने कहा है कि वहां महामारी से इंकार नहीं किया जा सकता है, क्योंकि देश का चीन के साथ व्यापार है और जनवरी के आखिर में बॉर्डर सील होने के पहले तक वहां के लोगों का चीन आना-जाना लगा रहता था।
माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले महीने कहा था कि 2 उत्तर कोरियाई हैकिंग समूहों ने कई देशों में वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के नेटवर्क में सेंध लगाने की कोशिश की थी। पिछले हफ्ते दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने कहा था कि उसने उत्तर कोरिया के दक्षिण कोरिया में कोविड-19 वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के नेटवर्क में हैकिंग की कोशिश को नाकाम कर दिया।