संगीतज्ञ, गायक, शक्तिसाधक एवं लेखक बनने के लिए आपके हाथों में होना चाहिए निम्नलिखित योग-
1. जिस जातक के हाथ में शुक्र क्षेत्र उठा हुआ हो तथा अंगुलियां कोमल हों एवं अंगुष्ठ और अंगुलियों के कोण उठे हुए हों वह संगीतज्ञ एवं गायक होता है।
2. मस्तक रेखा, भाग्य रेखा और आयु रेखा से बने त्रिकोण को कपि रेखा कहते हैं। ऐसी रेखा वाला व्यक्ति दुर्गापाठी, काली, बगुला, तारा, दस महाविद्या साधक होता है।
3. जिस जातक के हाथ का सूर्य पर्वत उठा हुआ होकर अनामिका के प्रथम पर्व से सटा हुआ हो और भाग्य रेखा मस्तक रेखा से मिले, वह लेखक होता है।