नई दिल्ली। मोदी है तो मुमकिन है। इस नारे के साथ भाजपा के चुनावी अभियान की शुरुआत करने वाले अमित शाह को मोदी की प्रचंड विजय का शिल्पकार माना जा रहा है। हालांकि अमित शाह के अलावा भी कई अन्य भाजपा नेता भी हैं, जिन्होंने इस महाविजय का मार्ग प्रशस्त किया।
यह भी कहा जा रहा है कि वर्तमान गृहमंत्री राजनाथसिंह या किसी अन्य नेता को भाजपा की कमान सौंपी जा सकती है। इनमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराजसिंह चौहान का नाम भी सामने आ रहा है। इतना ही नहीं एक अंतराल के बाद 2024 के चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर अमित शाह को पार्टी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। क्योंकि अमित शाह को लगातार पार्टी अध्यक्ष बनाए रखना भी संभव नहीं होगा।
अगले हफ्ते नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के साथ उनके मंत्रिमंडल में लोकसभा में पहली बार पहुंचने वाले शाह को रक्षा, गृह, विदेश अथवा वित्त विभाग जैसा प्रमुख मंत्रालय दिया जा सकता है।
इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि सूत्रों के अनुसार अमित शाह सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) में शामिल हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि सीसीएस में प्रधानमंत्री के अलावा रक्षा, गृह, विदेश और वित्त विभाग के चार शीर्ष मंत्री शामिल होते हैं।
इसके पहले भी अमित शाह गुजरात में नरेंद्र मोदी के सीएम रहने के दौरान अमित शाह उनकी सरकार में गृहमंत्री रह चुके हैं। हालांकि दबी जुबान में यह भी कहा जा रहा है कि चूंकि प्रधानमंत्री खुद गुजरात से हैं ऐसे में अमित शाह गृह विभाग जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय मिलना मुश्किल है, लेकिन यह तय है कि यदि अमित शाह मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होते हैं तो उन्हें महत्वपूर्ण मंत्रालय ही दिया जाएगा। अमित शाह भी इस बात को लेकर आश्वस्त हैं क्यों कि वे जानते हैं कि मोदी है तो कुछ भी मुमकिन है।