पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव जीतने वाले नवनिर्वाचित सांसदों की शिक्षण पृष्ठभूमि बेहद दिलचस्प है। इनमें से कुछ मैट्रिक पास नहीं हैं, वहीं कुछ सांसद पीएचडी डिग्रीधारक, डॉक्टर और इंजीनियर हैं।
भागलपुर और काराकाट से जदयू के सांसद अजय मंडल और महाबली सिंह ने स्कूल की पढ़ाई भी पूरी नहीं की है, वहीं बैद्यनाथ महतो (वाल्मीकि नगर), रामप्रीत मंडल (झांझरपुर) और चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी (जेहानाबाद) 10वीं पास हैं।
जिन सांसदों ने स्कूल के बाद पढ़ाई नहीं की है, उनमें भाजपा सांसद वीना देवी (वैशाली), अररिया से सांसद प्रदीप कुमार सिंह तथा लोक जनशक्ति पार्टी के समस्तीपुर से सांसद रामचंद्र पासवान के नाम आते हैं।
नालंदा, गया और पूर्णिया से जदयू के सांसद क्रमश: कौशलेन्द्र कुमार, विजय मांझी और संतोष कुशवाहा तथा जमुई से लोजपा के चिराग पासवान ने 12वीं तक पढ़ाई की है। इन लोगों के विपरीत अनेक नाम ऐसे भी हैं जिनके पास ऊंची डिग्रियां हैं।
मधुबनी से भाजपा सांसद अशोक यादव के पास पीएचडी की डिग्री है। जदयू के मधेपुरा से सांसद दिनेश चंद्र यादव पेशे से सिविल इंजीनियर हैं। गोपालगंज सुरक्षित सीट से जीतने वाले आलोक कुमार सुमन डॉक्टर हैं। पश्चिम चंपारण से भाजपा सांसद संजय जायसवाल, किशनगंज के कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद के पास मेडिकल की डिग्री है।
पटना साहिब से रवि शंकर प्रसाद, पाटलीपुत्र से रामकृपाल यादव, सारण से राजीव प्रताप रूड़ी तथा आरा से आरके सिंह विधि स्नातक हैं। ये सारे ही भाजपा सांसद हैं। (भाषा)