उल्लेखनीय है कि तेजबहादुर ने मोदी के सामने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन भरा था, लेकिन बाद में समाजवादी पार्टी ने अपनी अधिकृत उम्मीदवार शालिनी यादव को बैठाकर तेजबहादुर को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया था। बाद में चुनाव आयोग ने यादव का नामांकन रद्द कर दिया था।