मोदी ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति में जमीन खिसकना क्या होता है, अगर किसी को समझना हो, तो दीदी की बौखलाहट, दीदी का गुस्सा, देखकर समझ सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे पर आजकल गालियों की जो बौछार हो रही है, चुनाव आयोग पर वो जिस तरह भड़क रही हैं, उससे भी पता चलता है कि दीदी कितनी डरी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले आए दिन आतंकवादी हमले होते थे, वो कहां से आते थे, कौन उनको भेजता था, ये तब की सरकार को भी पता था। हमारे जांबाज सपूत तब की सरकार से बदला लेने के लिए कहते थे लेकिन सरकार के कदम फैसला लेने से पहले ही कांप जाते थे। भारत कभी आतंकवादियों के घर में घुसकर मारेगा, ये भी नामुमकिन लगता था, लेकिन अब ये भी मुमकिन है।