उन्होंने कहा कि नौजवान नहीं जानता कि उनके साथ चरखा दांव हो रहा है। राजनीति किसानों को उनका अधिकार दिलवाने, नौजवानों को नौकरी और रोजगार दिलवाने के लिए होनी चाहिए ना कि चरखा दांव दिखाकर अपनी कमी छुपाने के लिए नहीं होनी चाहिए। बीजेपी किसी की नही है, इसलिए हम कहते हैं कि बीजेपी के घोड़े की ढाई चाल से बचो।
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की भाषा शैली पर भी प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि देश विश्व गुरु बनना चाहता है, जबकि हकीकत यह है कि देश में 80 करोड़ लोग मुफ्त राशन पर जीवन-यापन कर रहे हैं। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री मदद नही करते, पैसा नहीं देते तो यह विकसित भारत यात्रा कब की ठप हो चुकी होती।
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर राजनीति की बात करें तो यह चुनाव संविधान बचाने के लिए हो रहा है। राजनीति नौजवानों को पक्की नौकरी मिलने के लिए हो, अग्निवीर से नौजवान संतुष्ट हों उसके लिए होनी चाहिए, लेकिन आज युवा बेरोजगार और बेबस हैं, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद और नोएडा से सबसे ज्यादा युवा सेना में जाते थे, लेकिन अग्निवीर के चलते चार साल बाद इनका भविष्य क्या होगा, इसका जवाब भाजपा और उनके नेताओं के पास है क्या? वहीं अखिलेश ने कहा कि भाजपा के घोड़े की ढाई चाल से समय रहते बच जाओ, इनका कोई भरोसा नहीं है कल तीन साल की कर सकते हैं।