निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है, '...आप (आतिशी) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार में मंत्री हैं और एक राष्ट्रीय पार्टी की नेता हैं। सार्वजनिक मंच से नेताओं द्वारा कही गई बातों पर मतदाता विश्वास करते हैं और इस तरह से उनके द्वारा दिए गए बयान प्रचार विमर्श को प्रभावित करते हैं।'
निर्वाचन आयोग ने कहा कि वह अपेक्षा करता है कि आप नेता द्वारा दिए गए बयानों का एक तथ्यात्मक आधार होना चाहिए और चूंकि दिए गए बयानों की सत्यता पर विवाद हुआ है, इसलिए उन्हें तथ्यात्मक आधार के साथ इसका समर्थन करने में सक्षम होना चाहिए।
क्या बोलीं आतिशी : आतिशी ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग का कारण बताओ नोटिस उन्हें मिलने से पहले ही भाजपा ने मीडिया में लीक कर दिया। उन्होंने कहा कि आप ने भाजपा के आपत्तिजनक होर्डिंग और पोस्टर पर निर्वाचन आयोग को कई पत्र लिखे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने निर्वाचन आयोग से गैर-पक्षपातपूर्ण तरीके से कार्य करने और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सामने न झुकने की अपील की।