Indore Lok Sabha seat: मध्य प्रदेश के इंदौर लोकसभा क्षेत्र में ऐन मौके पर अपना पर्चा वापस लेकर कांग्रेस को चुनावी दौड़ से बाहर करने वाले कारोबारी अक्षय कांति बम ने इस आरोप को खारिज किया है कि वह किसी सौदे के तहत पाला बदलकर भाजपा में शामिल हुए हैं। इंदौर से करीब 200 किलोमीटर दूर अलीराजपुर में बातचीत के दौरान बम ने कहा कि आज की तारीख में मेरे पास क्या है और क्या नहीं है, वह सब पहले से जाहिर है। जो आदमी 15 लाख की घड़ी पहनता है, उसे कोई व्यक्ति किसी सौदे में क्या देगा।
17 साल पुराने मामले में बढ़ी मुश्किल : इंदौर के एक प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट (जेएमएफसी) ने पीड़ित पक्ष की अर्जी पर बम और उनके पिता के खिलाफ जमीन विवाद में 17 साल पहले एक व्यक्ति पर कथित हमले को लेकर दर्ज प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) जोड़े जाने का 24 अप्रैल को संज्ञान लिया था। जेएमएफसी ने पिता-पुत्र को एक सत्र अदालत के समक्ष 10 मई को पेश होने का आदेश भी दिया था।
बम ने कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके साथ ही भाजपा का मजबूत गढ़ कही जाने वाली इस सीट पर कांग्रेस की चुनावी चुनौती समाप्त हो गई, जहां वह पिछले 35 साल से जीत की बाट जोह रही है। (एजेंसी/वेबदुनिया)