भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस को लगातार दूसरे दिन बड़ा झटका लगा है। इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के भाजपा में शामिल होने के बाद आज मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और मुरैना की विजयपुर विधानसभा सीट से छठवीं बार विधायक चुने गए रामनिवास रावत अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। मुरैना में भाजपा प्रत्याशी शिवमंगल तोमर के लिए आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इसके साथ मुरैना महापौर शारदा सोलंकी भी आज भाजपा में शामिल हो गई।
इससे पहले सोमवार को प्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल सीट में शामिल इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के अपना नामांकन वापस लेने के साथ भाजपा में शामिल हो जाने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।
टिकट बंटवारे से नाराज रावत- ग्वालियर-चंबल के दिग्गज नेता और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे से नाराज थे। विजयपुर से सीट से छठीं बार विधायक चुने गए रामनिवास रावत मुरैना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी ने वहां से नीटू सिकरवार को टिकट दिया है। ऐसे में आज रामनिवास रावत हाथ का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। चर्चा इस बात की है कि रामनिवास रावत विधायक पद से भी इस्तीफा देंगे और मौजूदा भाजपा सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है।
दिग्विजय सिंह के करीबी रावत-कांग्रेस के दिग्गज नेता रामनिवास रावत की गिनती दिग्विजय सिंह के करीबी नेताओं में होती है औह वह मुरैना की विजयपुर विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रह चुके हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने विजयपुर सीट पर फिर जीत हासिल की थी। वहीं 2019 का लोकसभा चुनाव भी रामनिवास रावत ने मुरैना सीट से लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।