बताया जा रहा है कि एनडीए में TDP को 3, JDU को 2 और लोजपा, शिवसेना, जनकल्याण, जदएस, रालोद को 1-1 मंत्री पद देने पर सहमति बनी है। अपना दल सोनेवाल की अनुप्रिया पटेल, हम के जीतनराम मांझी समेत कई छोटे दलों के नेताओं को भी मंत्री पद दिया जा सकता है। एनसीपी को भी मंत्रिमंडल में एक पद मिल सकता है।
अमित शाह ने एनडीए में शामिल सभी दलों से अलग अलग बैठक कर कैबिनेट में उनकी भूमिका पर चर्चा की। जदयू संग हुई बैठक में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के अलावा संजय झा और ललन सिंह मौजूद थे। चंद्रबाबू नायडू के साथ भी 2 TDP सांसद थे, जबकि अजीत पवार के साथ प्रफुल्ल पटेल थे। पवन कल्याण व चिराग पासवान ने अकेले ही मुलाकात की।
बहरहाल एक बात तय है कि इस बार मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा मंत्री बिहार से हो सकते हैं। नीतीश, चिराग और जीतनराम मांझी के साथ ही भाजपा सांसदों को भी मंत्री बनाया जाएगा। इन सबको मिलाकर बिहार के मंत्रियों की संख्या 6 से 8 के बीच हो सकती है।