पीएम मोदी ने कहा कि जितनी भी परिवारवादी पार्टियां हैं, उनके कार्यकर्ताओं में निराशा चरम पर है। बार-बार फेल होने वाले परिवारवादी नेताओं से उनके ही लोग सवाल पूछ रहे हैं। इसलिए अगले 6 महीनों में हम परिवारवादी पार्टियों में एक नया बिखराव देखेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के करोड़ों गरीब जीवन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे। भारत जैसे देश में भुखमरी की खबरें आम होती थीं। करोड़ों लोगों के सिर पर छत नहीं थी। महिलाएं खुले में शौच जाने के लिए मजबूर थीं। पीने के लिए पानी नहीं था। 18 हजार से ज्यादा गांवों में बिजली नहीं थी। उद्योगों के लिए संभावनाएं भी नहीं थीं। सबसे बड़ा दुर्भाग्य ये भी था कि सुधार के लिए चर्चा भी नहीं होती थी।