Prime Minister Narendra Modi accused Congress : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अपने पिछले शासन के दौरान सरकारी बजट का 15 प्रतिशत हिस्सा अल्पसंख्यकों के लिए आवंटित करना चाहती थी। इसके साथ ही उन्होंने धर्म के आधार पर बजट को बांटने और नौकरियों या शिक्षा में आरक्षण की अनुमति नहीं देने का संकल्प लिया।
आंबेडकर धर्म आधारित आरक्षण के खिलाफ थे : उन्होंने कहा, जब मैं (गुजरात का) मुख्यमंत्री था तो कांग्रेस ने यह प्रस्ताव रखा था। भाजपा ने इस कदम का कड़ा विरोध किया और इसलिए इसे लागू नहीं किया जा सका। लेकिन कांग्रेस इस प्रस्ताव को फिर से लाना चाहती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आंबेडकर धर्म आधारित आरक्षण के खिलाफ थे लेकिन कांग्रेस अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण के अधिकार छीनकर मुसलमानों को देना चाहती है।
कल्याणकारी योजनाएं हर किसी के लिए बनाई हैं : उन्होंने कहा, मोदी समाज के वंचित तबके के अधिकारों का चौकीदार है और कांग्रेस को उनके अधिकार कभी छीनने नहीं देगा। मोदी ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव एक ऐसे प्रधानमंत्री के चुनाव के बारे में है जो देश के लिए कड़े फैसले लेता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उनकी सरकार ने हर धर्म के लोगों को मुफ्त राशन, पानी, बिजली, घर और गैस कनेक्शन प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा, कल्याणकारी योजनाएं हर किसी के लिए बनाई गई हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार का नाम लिए बिना मोदी ने कहा, महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन के एक नेता को पता है कि कांग्रेस बुरी तरह हार रही है। इसलिए उन्होंने सुझाव दिया कि छोटे दलों को कांग्रेस में विलय कर देना चाहिए ताकि वह कम से कम विपक्षी पार्टी के रूप में खड़ी हो जाए।
तो मैं बालासाहेब ठाकरे को याद करूंगा : उन्होंने कहा, जब नकली शिवसेना (शिवसेना यूबीटी का जिक्र करते हुए) का कांग्रेस में विलय होगा तो मैं बालासाहेब ठाकरे को याद करूंगा क्योंकि दिवंगत नेता ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर (के निर्माण) और अनुच्छेद 370 को खत्म करने का सपना देखा था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour