विपक्षी दल ने मांग की कि यह धर्म का इस्तेमाल करके वोट मांगने जैसा है और निर्वाचन आयोग को इस पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। वीडियो में भोपाल से भाजपा उम्मीदवार आलोक शर्मा अपनी पार्टी के नारे मोदी है तो मुमकिन है और अबकी बार, 400 पार का कुछ हिस्सा बोलते नजर आ रहे हैं, जबकि बोहरा समुदाय के दर्शक बाकी का नारा लगा रहे हैं। एक बच्चा मोदी का कट-आउट उठाए हुए भी नजर आ रहा है।
एक मौलवी को यह कहते हुए भी सुना जाता है, हम अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महत्व देते हैं। कांग्रेस की राज्य इकाई के मुख्य प्रवक्ता अब्बास हफीज ने दावा किया कि भाजपा उम्मीदवार एक मस्जिद के अंदर प्रचार नारे लगा रहे थे जो आचार संहिता का घोर उल्लंघन है।
उन्होंने कहा, हम निर्वाचन आयोग से पूछते हैं कि वह कब संज्ञान लेगा और कार्रवाई करेगा। क्या निर्वाचन आयोग का अधिकार केवल विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने तक ही सीमित है? राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने कहा, अभी तक हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। अगर आती है तो हम इसकी जांच करेंगे और नियमों के मुताबिक कार्रवाई करेंगे।
स्थानीय दाऊदी बोहरा समुदाय के मीडिया प्रभारी इब्राहिम अली दाऊदी ने बताया कि यह वीडियो शुक्रवार रात एक सामुदायिक हॉल जमात खाना में बनाया गया था। उन्होंने कहा कि जैसा कि दावा किया गया, यह कोई मस्जिद नहीं है। उन्होंने कहा, वीडियो के प्रसार से हमारा समुदाय आहत हुआ है।
दाऊदी ने बताया कि हमारा समुदाय गैर राजनीतिक है। ऐसी घटनाएं कम ही होती हैं। दूसरी ओर, भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है क्योंकि हर समुदाय मोदी का समर्थन कर रहा है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour