Abhishek Banerjee News : लोकसभा चुनावों में देश बड़े सियासी घरानों के बेटों-भतीओं के हाथों में चुनावी कैंपेन की कमान थी। इनमें से एक TMC प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के भतीजे अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) भी थे। पश्चिम बंगाल में अभिषेक ने रणनीति, संगठन, प्रचार, दिशा तय करने हर क्षेत्र में भाजपा को पछाड़ा। उनकी रणनीति से बड़े-बड़े सूरमा भी ढेर हो गए। अभिषेक ने जीत से साबित कर दिया कि वे ममता की विरासत को संभालने के लिए बिलकुल तैयार हैं। शुभेंदु अधिकारी भी पूरे चुनाव कैंपेन में टीएमसी पर आरोप-प्रत्यारोप ही लगाते रह गए। अभिषेक ने हार्बर सीट से भी जीत का नया रिकॉर्ड बनाया। अभिषेक ने डायमंड हार्बर सीट से 7,10,930 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
आंकड़ों से भाजपा पर हमला बोला : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या अमित शाह बंगाल आकर तृणमूल के खिलाफ जो कहते थे, ममता बनर्जी उसका उलटा कह रही हैं। अभिषेक ने यह राह नहीं अपनाई। उन्होंने सिर्फ तुलनात्मक राजनीतिक आंकड़ों का हवाला देकर भाजपा पर हमला बोला। उनके भाषण का मुख्य विषय था- ममता सरकार बंगाल की जनता को क्या दे रही है और केंद्र की भाजपा सरकार ने बंगाल के लोगों के हक को रोक दिया है।
एग्जिट पोल के आंकड़े हुए फेल : एग्जिट पोल को गलत साबित टीएमसी ने बंगाल में 42 सीटों में 29 सीटों पर जीत हासिल कर ली है। पिछले लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीतने वाली भाजपा 12 सीट पर सिमट कर रह गई। कांग्रेस के हाथ एक सीट आई है, जबकि लेफ्ट को एक भी सीट हासिल नहीं हुई है। भाजपा ने संदेशखाली को मुद्दा बनाया, जो उसके काम न आया।
BJP को दी सीधी चुनौती : कुछ दिनों पहले शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपों के चलते ईडी दफ्तर के चक्कर लगा रहे अभिषेक ने चुनावों में भाजपा को खुली चुनौती दी। अभिषेक ने उम्मीदवार का चयन करना, अभियान की रूपरेखा तैयार करना और पूरे बंगाल में टीएमसी की चुनावी कैंपेन पर बारीकी से नजर रखी। बहरामपुर में कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीररंजन चौधरी के खिलाफ यूसुफ पठान को उतारा। चौधरी को अपनी सीट पर करारी शिकस्त मिली। वेबदुनिया न्यूज डेस्क