What did Mallikarjun Kharge say about the PM candidate : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने बेंगलुरु में मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) सभी सचिवों को बुला कर अगले 5 वर्षों के लिए योजनाओं की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं और इस तरह का अति आत्मविश्वास व अहंकार देश और लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
चुनाव नतीजे आने के बाद प्रधानमंत्री पद का चेहरा तय होगा : 'इंडिया' गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इस सवाल पर खरगे ने कहा कि यह चुनाव नतीजे आने के बाद ही तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले हमें चुनाव जीतने की जरूरत है। पीटीआई को दिए साक्षात्कार में खरगे ने कहा कि गठबंधन में चर्चा के जरिए आम सहमति बनाई जाती है। उन्होंने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन इस बारे में चर्चा करेगा कि चुनाव नतीजे आने के बाद इसका नेतृत्व करने के लिए कौन उपयुक्त व्यक्ति होगा।
पहले हमें चुनाव जीतना है : उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कौन होगा? यह नतीजे आने के बाद ही तय किया जाएगा। पहले हमें चुनाव जीतना है और फिर गठबंधन सहयोगी क्या कहते हैं उस आधार पर चर्चा होगी। कांग्रेस पार्टी (इस बारे में) कभी भी संकोची नहीं रही है। सबसे पहले, हमें चुनाव जीतना है। उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ रहे-अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस उम्मीदवारों के बारे में कहा कि वहां चुनाव बाद के चरणों में होंगे, और इसलिए अभी समय है।
खरगे ने कहा कि देखते हैं क्या होता है। हम उपयुक्त समय पर बताएंगे। अपने पत्ते खोलना ठीक नहीं है। राजनीति में कुछ आश्चर्यजनक होना जरूरी है। हम चर्चा करेंगे, हम विचार-विमर्श करेंगे और हम प्रतिक्रिया लेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है और उपयुक्त समय पर हम निर्णय लेंगे। यह भाजपा की तरह नहीं है, जहां हर बात पर अंतिम फैसला मोदी का होता है।
खरगे ने कहा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद चीजें सकारात्मक और अच्छी नजर आ रही हैं। कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य ने कहा कि हमारी (चुनावी) 'गारंटी' योजनाओं ने साबित किया है कि लोग ऐसे कार्यक्रम और योजनाएं चाहते हैं जिनमें महंगाई घटाने जैसी विशेषताएं हों। लोगों का इन चीजों पर ध्यान है।
400 सीटें जीतने के मोदी के दावे पर प्रतिक्रिया की : लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 400 सीटें जीतने के मोदी के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए खरगे ने कहा कि शुक्र है उन्होंने 'अबकी बार 600 पार' नहीं कहा। यह अहंकारी दुष्प्रचार, विपक्ष को कमजोर करना और यह प्रदर्शित करना कि सब कुछ मैं ही हूं, दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि यहां तक कि ऐसे नेता, जो सत्ता में आने को लेकर आश्वस्त हैं, वो भी इस तरह की बात नहीं बोलेंगे। वह (मोदी) पहले से ही सभी सचिवों को बुला कर अगले 5 वर्षों के लिए कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार कर रहे हैं। इस तरह का अति-आत्मविश्वास व अहंकार देश और लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 2004 में भी ऐसी ही स्थिति थी, जब भाजपा ने भारत उदय का नारा दिया था और कहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी सबसे उपयुक्त प्रधानमंत्री हैं। खरगे ने कहा कि उसके बाद क्या हुआ? मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस नीत (संप्रग) सरकार बनी। वह (सिंह) एक बेहतर प्रधानमंत्री के रूप में उभरे। हमने अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि होते देखी। उस समय बहुत सारी नीतियां और कार्यक्रम बने और वह एक बेहतर प्रशासक थे।
भारतीय मतदाता बहुत समझदार हैं : उन्होंने कहा कि भारतीय मतदाता बहुत समझदार हैं। वे (मोदी) हर किसी को कुचलना चाहते हैं। यदि समान अवसर दिया गया तो आप 2004 के नतीजों का दोहराव देखेंगे। उन्होंने चुनावी बॉण्ड योजना से सबसे ज्यादा भाजपा को फायदा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि हर किसी को समान अवसर मुहैया कराया जाना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लेकिन इस योजना में कोई पारदर्शिता नहीं थी। भाजपा ने कारोबारी घरानों और प्रतिष्ठानों को धमकाने और उगाही करने के लिए सभी एजेंसियों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कुछ कारोबारियों का समर्थन भी किया और उनसे पैसे लिए। 'चंदा दो, धंधा लो...'।(भाषा)