Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 7 चरणों में पूरा होने वाला है। इसके लिए तीन चरण में आधी से ज्यादा सीटों के लिए मतदान हो भी चुका है। लेकिन, चुनाव प्रचार के दौरान उठाए जा रहे मुद्दे हर चरण में बदल रहे हैं। हालांकि इन मुद्दों का आम आदमी से कोई लेना-देना नहीं है। महंगाई, रोजगार, विकास आदि के स्थान पर मंगलसूत्र, जाति जनगणना, विरासत टैक्स, वोट जिहाद, राम मंदिर जैसे मुद्दे उठ रहे हैं। विपक्ष ने सेना की अग्निवीर भर्ती योजना, किसान कानून और पेपर लीक जैसे मामले भी उठाए। हालांकि यह किसी एक राजनीतिक दल की बात नहीं है, सभी की स्थिति एक जैसी है।
आरक्षण और जाति जनगणना : राहुल गांधी ने बार-बार जातिगत जनगणना कराने की बात कही, सत्तारूढ़ दल ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि यदि ये गठबंधन सत्ता में आया तो आरक्षण खत्म कर देंगे। मोदी समेत एनडीए के अन्य नेताओं ने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव समेत अन्य नेताओं पर परिवारवाद को लेकर निशाना साधा। वहीं, विपक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी को 2 करोड़ रोजगार देने के वादे को याद दिलाते हुए उन पर निशाना साधा।
राम मंदिर और वोट जिहाद : राम मंदिर का मुद्दा यूं तो पहले चरण से ही थोड़ा-थोड़ा उठ रहा था, लेकिन तीसरा चरण आते-आते उसका स्वरूप ही बदल गया। पीएम और गृहमंत्री अमित यदि विपक्षी गठबंधन आया तो ये राम मंदिर पर बाबरी का ताला लगा देंगे। हालांकि प्रियंका गांधी ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं होगा। हम न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं। तीसरे चरण में वोट जिहाद का मुद्दा भी खूब गरमाया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी मारिया आलम ने मुसलमानों से अपील की कि वोट जिहाद करो। क्योंकि वोट जिहाद करके ही हम इस इस सरकार को भगाने का काम कर सकते हैं। जवाब में कांग्रेस को घेरते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बार-बार कहा कि भारत में वोट जिहाद चलेगा या राम राज्य चलेगा।
अडाणी और अंबानी बने मुद्दा : चौथे चरण में अडाणी और अंबानी मुद्दा बन गए। नरेन्द्र मोदी ने एक रैली में कहा कि शहजादे ने अडाणी और अंबानी को गाली देना बंद कर दिया है। क्या शहजादे के घर टेंपो से माल पहुंचा है। जवाब में राहुल ने कहा कि इसकी ईडी और सीबीआई से जांच करा लीजिए। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद हिन्दू बनाम मुस्लिम मुद्दा बन गया। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हिन्दुओं की आबादी घटी है, जबकि मुस्लिमों की आबादी बढ़ गई है। हालांकि राहुल गांधी ने वीडियो जारी कर कहा कि 4 जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है और 30 लाख भर्तियों के लिए 15 अगस्त से प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
मुद्दे बदलने का सिलसिला सातवें चरण तक यूं ही चलता रहेगा। हो सकता आने वाले चरणों में मतदाताओं को राजनेताओं से कुछ नए जुमले सुनने को मिलें। हालांकि वोटर के मन में क्या है यह कोई नहीं चाहता। लेकिन, 4 जून को परिणाम आने के बाद पता चलेगा कि मतदाताओं को किन मुद्दों ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया।