सोनिया और करुणानिधि एक मंच पर

सोमवार, 11 मई 2009 (10:08 IST)
द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) प्रमुख एम. करुणानिधि के साथ मंच साझा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने द्रमुक को केन्द्र में संप्रग का स्तंभ बताया, लेकिन अखिल भारतीय अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) की प्रमुख जयललिता की अलग ईलम राष्ट्र की माँग पर कोई टिप्पणी नहीं की।

सोनिया ने श्रीलंका में पृथक ईलम राष्ट्र के निर्माण के आह्वान तथा इसके लिए भारत से सेना भेजने जैसे मुद्दों पर खामोशी बरकरार रखी। हालाँकि द्रमुक ने बाद में ईलम के मुद्दे का जिक्र किया। लोकसभा चुनाव के पाँचवें तथा अंतिम चरण के लिए प्रचार कार्य की अवधि समाप्त होने में सिर्फ एक दिन बाकी रह गया है।

कांग्रेस महासचिव राहुल गाँधी द्वारा जयललिता की अगुवाई वाले एआईएडीएमके को चुनाव के बाद संभावित सहयोगी बताए जाने की खबरों से द्रमुक की कथित नाराजगी के बाद सोनिया और करुणानिधि की यह पहली मुलाकात थी।

दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गुलदस्ता और शाल भेंट की। करुणानिधि ने सोनिया को बलिदान की ज्योति बताया जबकि सोनिया ने द्रमुक नेता को संप्रग का स्तंभ और देश का सबसे अनुभवी नेता करार दिया।

श्रीलंका में लिट्टे के खिलाफ जारी युद्ध का जिक्र करते हुए सोनिया ने कहा कि हमारी सरकार ने श्रीलंका में हमले खत्म करने की हर मुमकिन कोशिश की। हमारे प्रयासों की वजह से श्रीलंका ने सैन्य अभियान खत्म करने की घोषणा की और लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुँच सके।

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