मनमोहन दूसरी बार बने प्रधानमंत्री

शनिवार, 23 मई 2009 (00:43 IST)
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद मनमोहनसिंह ने शुक्रवार को पाँच साल सरकार चलाने के बाद लगातार दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 19 अन्य लोगों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।

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हालाँकि मंत्रालयों के आवंटन को लेकर द्रमुक के साथ गतिरोध पैदा होने के कारण इस प्रमुख सहयोगी दल का कोई भी सदस्य आज शपथ नहीं ले सका।

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित सादे समारोह के दौरान प्रधानमंत्री सहित नई सरकार के मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस बार पिछली सरकार के दो मंत्रियों आनंद शर्मा और बीके हांडिक को तरक्की देते हुए प्रधानमंत्री ने राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री बनाया है। राजस्थान से कांग्रेस के नेता सीपी जोशी पहली बार केन्द्रीय मंत्री बने हैं।

शपथ लेने वालों में एक ओर पहली संप्रग सरकार के मंत्री शरद पवार, एके एंटनी और पी. चिदंबरम हैं तो दूसरी ओर एसएम कृष्णा, ममता बनर्जी और वीरप्पा मोइली संप्रग सरकार के नए चेहरे हैं।

नई सरकार में पुरानी सरकार के मंत्रियों अर्जुनसिंह, हंसराज भारद्वाज, लालू प्रसाद, रामविलास पासवान, शीशराम ओला, रेणुका चौधरी और सैफुद्‍दीन सोज को शामिल नहीं किया गया है। इनमें से पासवान और रेणुका चुनाव हार गए हैं।

शपथ लेने वाले अन्य लोगों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एस. जयपाल रेड्‍डी, व्यालार रवि, सुशील कुमार शिंदे, कमलनाथ, मीरा कुमार, कपिल सिब्बल, अंबिका सोनी और मुरली देवड़ा शामिल हैं।

समारोह में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत, पूर्व प्रधानमंत्री आईके गुजराल, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गाँधी, विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी, योजना अयोग के उपाध्यक्ष मोंटेकसिंह अहलूवालिया, राहुल गाँधी प्रियंका गाँधी और उनके पति राबर्ट वढेरा शामिल हुए।

इनके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्णसिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेडडी, हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्दरसिंह हुड्डा, दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद थे। माकपा नेता सीताराम येचुरी भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे।

द्रमुक के साथ मंत्रालयों के आवंटन को लेकर चल रहे गतिरोध के कारण राकांपा नेता शरद पवार और तृणमूल नेता ममता बनर्जी के अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने फिलहाल कांग्रेसी नेताओं तक ही अपनी कैबिनेट बनाने की प्रक्रिया सीमित रखी।

प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार मंगलवार को मंत्रिपरिषद का विस्तार किए जाने की संभावना है, जिसमें सहयोगी दलों को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। दूसरे विस्तार में स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों सहित राज्यमंत्रियों को भी जगह दी जाएगी।

शपलेनवालकैबिनेमंत्री-
1. प्रणमुखर्जी (पश्चिबंगाल)
2. शरपवार (महाराष्ट्र)
3. एकएंटनी (केरल)
4. ी. चिदंबरम (तमिलनाडु)
5. ममतबनर्जी (पश्चिबंगाल)
6. एसएकृष्णा (कर्नाटक)
7. गुलानबआजाद (जम्मू-कश्मीर)
8. सुशीकुमाशिंदे (महाराष्‍ट्र)
9.वीरप्पमोइली (कर्नाटक)
10. स. जयपारेड्‍डी (आंध्रप्रदेश)
11. कमलनाथ (मध्यप्रदेश)
12. वायलारवि (केरल)
13. श्रीमतमीरकुमार (बिहार)
14. मुरलदेवड़ा (महाराष्ट्र)
15. कपिसिब्बल (दिल्ली)
16. अंबिकसोनी (दिल्ली)
17. बीकहांडिक (असम)
18. आनंशर्मा (हिमाचप्रदेश)
19. सीपजोशी (राजस्थान)