इसलिए फ़ायदेमंद है Ego, जानिए क्या है ईगो का सकारात्मक पहलू और क्यों है ये ज़रूरी

WD Feature Desk

सोमवार, 4 नवंबर 2024 (07:10 IST)
Ego in Relationships : आमतौर पर, जब भी Ego का जिक्र होता है, इसे नेगेटिव लाइट में देखा जाता है। Ego को एक ऐसा अहंकार माना जाता है जो इंसान के व्यवहार में अड़चन डालता है। लोग मानते हैं कि Ego रिश्तों में दूरियाँ लाता है और आपसी समझ को खत्म कर देता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि Ego के कुछ फायदे भी हो सकते हैं? आज हम यहाँ Ego के कुछ ऐसे लाजवाब फायदों की चर्चा करेंगे, जो आपके रिश्तों को नई दिशा और गहराई दे सकते हैं।

1. स्वाभिमान और आत्मसम्मान को बढ़ावा देता है
(Ego boosts self-respect and dignity)

Ego आपके स्वाभिमान को दर्शाता है। जब किसी रिश्ते में दोनों पक्ष एक-दूसरे के प्रति स्वाभिमान रखते हैं, तो ये रिश्ते में एक स्वस्थ संतुलन बनाए रखता है। यह आत्मसम्मान की भावना को उभारता है और आपको अपने अस्तित्व को महसूस कराता है। इससे रिश्ते में कोई भी किसी पर हावी नहीं हो पाता और दोनों पार्टनर्स की सोच का सम्मान होता है।

2. सीमाएं तय करने में मददगार
(Helps in Setting Boundaries in Relationships)

रिश्तों में Ego एक सीमा निर्धारित करने में सहायक हो सकता है। जब लोग अपनी Ego का सकारात्मक इस्तेमाल करते हैं, तो वे अपने निजी स्पेस और मानसिक शांति का सम्मान करते हैं। ये सीमाएं आपके रिश्ते में एक स्वस्थ अंतर बनाए रखने में मदद करती हैं, ताकि किसी भी तरह की टकराव की स्थिति न बने और दोनों को स्वतंत्रता मिले।

3. खुद के प्रति प्रेम और ध्यान बढ़ाता है
(Increases Self-Love and Attention in Relationships)

Ego हमें यह अहसास दिलाता है कि हमें अपनी देखभाल और अपने प्रति प्रेम करना चाहिए। जब आप खुद से प्यार करते हैं, तो आप रिश्ते में भी अपना योगदान ज्यादा बेहतर तरीके से दे सकते हैं। अपने प्रति ध्यान देने से हम अपने पार्टनर के लिए भी एक अच्छा उदाहरण बनते हैं, और रिश्ते में एक सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं।
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4. निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है
(Enhances Decision-Making Abilities)

Ego हमें यह एहसास कराता है कि हमें अपनी बातों पर भरोसा करना चाहिए। रिश्तों में निर्णय लेना आसान नहीं होता, खासकर जब दोनों के विचार भिन्न हों। लेकिन, अगर आप अपने विचारों पर टिके रहते हैं और अपनी Ego को स्वस्थ तरीके से सामने रखते हैं, तो इससे निर्णय लेना आसान हो जाता है। ये रिश्ते को दिशा देने में सहायक हो सकता है।

5. अपनी गलतियों को स्वीकारने की क्षमता बढ़ाता है
(Encourages Acceptance of Mistakes)

बहुत बार Ego को गलतियों से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें, तो Ego हमें खुद की गलतियों को स्वीकारने में मदद कर सकता है। Ego हमें यह सिखाता है कि आत्म-आलोचना जरूरी है और खुद को बेहतर बनाना भी। ये हमारे और हमारे साथी के बीच में विश्वास को बढ़ाता है और रिश्ते को मजबूत बनाता है।

 
इस प्रकार Ego का सकारात्मक और संतुलित उपयोग रिश्तों को नई गहराई दे सकता है। रिश्तों में Ego का सही इस्तेमाल करने से स्वाभिमान बढ़ता है, सीमाओं का सम्मान होता है, खुद से प्यार बढ़ता है, निर्णय लेना आसान होता है, और गलतियों को स्वीकारना भी आसान बनता है। तो अगली बार जब Ego का ख्याल आए, तो इसके फायदे भी याद रखें और इसे रिश्तों को सुधारने में इस्तेमाल करें।

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