मैं भी विवाहित हूँ...

डॉक्टर साहब, मेरा दिल-दिमाग बिलकुल जवाब दे चुका है। जरा-सी आहट पर उछल जाता हूँ।

दरवाजे की घंटी बजते ही दिल जोर-जोर से धड़कने लगता है। रात को सो नहीं पाता आखिर मेरी बीमारी क्या है। कुछ समझ में नहीं आता? 'एक रोगी ने डॉक्टर से आश्चर्यजनक लहजे में पूछा।

तुम्हारी और मेरी बीमारी में कोई फर्क नहीं है। तुम्हारी तरह मैं भी विवाहित हूँ।' डॉक्टर साहब ने समझाते हुए कहा।

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