जन्मकुंडली!
प्रेमी- पता है? पहले मैं बहुत आवारागर्दी किया करता था। क्या तुम
भी ऐसा ही करती थी?
प्रेमिका- अब बिना गुण मिले शादी थोड़े ही हो सकती है।
पत्नी प्रेम
टैक्सी में प्रेमी-प्रेमिका जा रहे थे।
प्रेमिका- रुको, नहीं तो मारूँगी! ड्रायवर ने टैक्सी रोक दी।
प्रेमी- तुम तो चलते रहो भाई। इन्होंने ये मुझसे कहा है!
रसीली अफवाह
रमन- यदि आपकी प्रेमिका खूबसूरत, समझदार, ध्यान रखने वाली, कभी न जलने
वाली और अच्छे व्यंजन बनाने वाली हो तो उसे आप क्या नाम देंगे?
राजू- अफवाह!
हिन्दीशास्त्र
सुहागरात के समय दूल्हे ने अपनी पत्नी को बाँहों में लेते हुए कहा, ''आज से तुम मेरी प्रेरणा, मेरी साधना और मेरी आशा हो।''
यह सुनकर दुल्हन पल-भर चौंकी और फिर बोली, ''आज से तुम मेरे राहुल, राकेश और अमन हो।''
प्रेमी (प्रेमिका से) - अभी यहाँ तुम्हारे पास आते समय रास्ते में कहीं मेरी कलम खो गई।
प्रेमिका- मेरी तो आज तक कभी कोई चीज नहीं खोई।
प्रेमी - क्यों झूठ बोल रही हो? कल ही तो तुम कह रही थी कि मेरा दिल न जाने कहाँ को गया है।
एक युवक गाँव में स्थित अपने ससुराल गया। उसने अपने साले को उपहार स्वरूप इत्र की शीशी दी। साले ने इत्र को अपनी हथेली पर उडेला और चाट डाला। उस युवक को बहुत बुरा लगा। उसने यह बात शिकायत के तौर पर अपने ससुर जी से कही।
ससुर जी ने कहा, ''बड़ा बेवकूफ है। यूँ ही क्यों चाट गया? घर में रोटी थी। उसमें चुपड़ कर खाता।
जज : आपको अपनी सफाई में क्या कहना है?
महिला : मैं क्या कह सकती हूँ, मेरे यहाँ सफाई नौकरानी करती है। इस विषय में तो वही कह सकती है।