1. इस चंद्र ग्रहण को उपछाया और धनुर्धारी चंद्रग्रहण कहा जा रहा है।
2. उपछाया ग्रहण होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
5. एक माह में सूर्य ग्रहण के साथ ही तीसरा ग्रहण शास्त्रों के अनुसार शुभ नहीं माना गया है। पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को, दूसरा चंद्र ग्रहण 5 जून को और सूर्य ग्रहण 21 जून को जबकि अब तीसरा चंद्र ग्रहण 5 जुलाई को है। अब इस वर्ष का अंतिम और चौथा चंद्र ग्रहण 30 नवंबर 2020 सोमवार को होगा। इसके बाद 14 दिसंबर को सूर्य ग्रहण होगा।