Lunar eclipse 2025 India Sutak period: साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 रविवार को मध्यरात्रि 09:57 बजे शुरू होकर 08 सितंबर की मध्यरात्रि 1:26 बजे तक रहेगा। चन्द्र ग्रहण का पूर्ण प्रभाव प्रारम्भ: मध्यरात्रि 12:28 से तड़के 03:56 तक पूर्ण रूप से समाप्त हो जाएगा। इसका सूतक काल भारत में 7 सितंबर को दोपहर 12:57 बजे से आरंभ होगा और ग्रहण की समाप्ति तक रहेगा।
खग्रास चंद्र ग्रहण: 07 सितंबर 2025 रविवार, भाद्रपद मास की शुक्ल पूर्णिमा के दिन कुंभ राशि में लगेगा। पितृपक्ष शुरु होगा तब लगेगा। यह खग्रास चंद्र ग्रहण होगा। भारत के दिल्ली समय के अनुसार 07 सितंबर की मध्यरात्रि 09:57 बजे शुरू होकर 08 सितंबर की मध्यरात्रि 1:26 बजे तक रहेगा। चन्द्र ग्रहण का पूर्ण प्रभाव प्रारम्भ: मध्यरात्रि 12:28 से तड़के 03:56 तक पूर्ण रूप से समाप्त हो जाएगा।
कहां नजर आएगा चंद्र ग्रहण: यह ग्रहण भारत में नजर आएगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य होगा। भारत के अलावा यह संपूर्ण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, न्यूजीलैंड, पश्चिमी और उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के पूर्वी क्षेत्रों में दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण का प्रभाव मानव मस्तिष्क पर और समुद्र पर ज्यादा देखने को मिलता है। ऐसे समय में राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ जाएगी। प्रशात महासागर में समुद्री हलचल बढ़ जाएगी। कई देशों में गृहयुद्ध के भी आसर हैं। चंद्र ग्रहण से समुद्र के भीतर भूकंप आते हैं और सूर्य ग्रहण से धरती पर। चंद्र ग्रहण से समुद्र और तटवर्ती क्षेत्रों में आपदा आती है तो सूर्य ग्रहण से धरती पर राजनीतिक उथल पुथल और प्राकृतिक आपदा आती है।