कांग्रेस को 174, भारतीय जनता पार्टी को 117, बसपा 11, निर्दलीय 12, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 1, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी 1, जनता दल के 4 प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे थे। बहुमत मिलने के बाद 7 दिसंबर 1993 को दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।